कोलकाता, 31 दिसंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित स्कूल भर्ती घोटाले के मुख्य आरोपितों में से एक सुजय कृष्ण भद्र की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें सोमवार रात एक निजी अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है। उनकी गंभीर स्थिति के चलते प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज मामले में आरोप तय करने की प्रक्रिया में देरी हो सकती है। अस्पताल की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि उनकी हालत बहुत अच्छी नहीं है। मंगलवार को उनकी कई चिकित्सकीय जांच होनी है।
कोलकाता के विशेष अदालत में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत आरोप तय करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। लेकिन कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि भद्र की स्वास्थ्य स्थिति के कारण यह प्रक्रिया बाधित हो सकती है।
कलकत्ता उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता कौशिक गुप्ता ने बताया कि कानून के अनुसार, आरोपितों की शारीरिक उपस्थिति आरोप तय करने के लिए अनिवार्य है। यदि कोई आरोपित अस्पताल में भर्ती हो, तो अदालत आमतौर पर उनकी स्थिति में सुधार का इंतजार करती है। यदि लंबे समय तक आरोपित अदालत में उपस्थित होने के लिए फिट नहीं होता है, तो अन्य आरोपितों के लिए आरोप तय करने की प्रक्रिया को अलग से शुरू किया जाता है।