शिमला, 31 जनवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रकोप लगातार जारी है। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में न्यूनतम तापमान माइनस में दर्ज किया किए जाने से शीतलहर का असर बढ़ गया है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के औसत न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी दिनों में राज्य में मौसम का मिजाज बदल सकता है। आज और कल प्रदेश के कई हिस्सों में वर्षा और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई गई है।
जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के ताबो में शुक्रवार को सबसे कम न्यूनतम तापमान -7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसके अलावा जिला मुख्यालय केलंग में न्यूनतम तापमान -5.1 डिग्री, कुकुमसेरी में -4.9 डिग्री और किन्नौर जिले के कल्पा में -2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। ठंड के चलते इन क्षेत्रों में प्राकृतिक जल स्त्रोतों का पानी जम गया है।
मैदानी इलाके भी ठंड की चपेट में
प्रदेश के मैदानी इलाकों में साफ मौसम के बावजूद ठंड का असर देखने को मिल रहा है। आमतौर पर ठंडे माने जाने वाले पर्यटन स्थल शिमला और मनाली से भी ज्यादा ठंड इस बार मैदानी इलाकों में पड़ रही है। मनाली और शिमला में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान क्रमशः 4.9 और 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि मैदानी इलाकों सुंदरनगर में यह 3.5 डिग्री और बिलासपुर में 4.3 डिग्री दर्ज किया गया। ऊना में भी न्यूनतम पारा गिरकर 4.7 डिग्री पर पहुंच गया। पहाड़ी क्षेत्रों की तुलना में इन इलाकों में दिन का तापमान जरूर थोड़ा अधिक रह रहा है लेकिन रात के समय ठंड काफी बढ़ रही है।
आगामी दिनों में बदलेगा मौसम, होगी बर्फबारी
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। दो और तीन फरवरी को राज्य में मौसम साफ रहेगा लेकिन चार और पांच फरवरी को फिर से बादल छाने और बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। खासतौर पर मैदानी जिलों में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है जबकि ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। छह फरवरी को मौसम फिर से साफ रहने का अनुमान है।हालांकि मौसम विभाग ने आगामी दिनों में किसी भी तरह का कोई अलर्ट जारी नहीं किया है लेकिन ठंड और शीतलहर को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
धूप खिली लेकिन हवाओं से ठिठुरन बरकरार
इस बीच राजधानी शिमला समेत राज्य के कई इलाकों में शुक्रवार सुबह से ही धूप खिली हुई है और इससे दिन के समय ठंड से कुछ राहत मिल रही है। हालांकि तेज ठंडी हवाएं चलने के कारण ठिठुरन बरकरार है।