शिक्षा मंत्री ने जींद में ली जिला शिकायत निवारण कमेटी की बैठकबैठक में आई 21 में से 12 शिकायतों का निपटारा किया
जींद, 6 फ़रवरी (हि.स.)। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में गुरूवार को शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शिकायतकर्ता के साथ दुव्र्यवहार करने तथा होटल में अनैतिक कार्यों के लिए कार्रवाई न किए जाने पर पटियाला चौक पुलिस चौकी इंचार्ज को निशाने पर लिया। शिक्षा मंत्री ने एसपी राजेश कुमार को चौकी इंचार्ज की फाइल बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि वह इंचार्ज की टर्मिनेशन की सिफारिश करेंगे। जिला परिवेदना समिति की बैठक में मंत्री महिपाल ढांडा के समक्ष 21 शिकायतें रखी गई। इसमें 12 शिकायतों का समाधान हुआ, जबकि नौ को आगामी शिकायत के लिए लंबित रखा गया। बैठक में पशुपालक का लोन अटकाने के मामले में आईडीबीआई बैंक के मैनेजर को खूब खरी खोटी सुनाई और स्पष्टीकरण मांगा। शिक्षा मंत्री ने लेबर विभाग में सबसे ज्यादा शिकायतें आने और विभाग अधिकारियों द्वारा जनता को परेशान करने के मामले में डीसी को जांच के आदेश दिए।
महिपाल ढांडा डीआरडीए हाल में आयोजित बैठक में जनता की सुनवाई कर रहे थे। इस दौरान नरवाना रोड के लोगों ने बताया कि यहां होटल में दिन में भी अनैतिक कार्य होते हैं। शिक्षण संस्थानों के छात्र.छात्राएं यहां आते हैं और अनैतिक काम करते हैं। इससे आसपास कालोनी के लोगों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। इस होटल को बंद करवाने को लेकर पटियाला चौक पुलिस चौकी से लेकर एसपी तक शिकायत दी लेकिन मामले में लीपापोती की जा रही है। इस पर शिक्षा मंत्री ने जवाब मांगा तो डीएसपी जितेंद्र ने बताया कि यहां कोई ऐसा काम नहीं हो रहा।
इस पर महिपाल ढांडा ने कहा कि कालोनी के लोग पानीपत में आकर भी मिल चुके हैं उन्हें वास्तव में काफी परेशानी आ रही है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पटियाला चौक पुलिस चौकी इंचार्ज उनके साथ दुव्र्यवहार करता है और गालियां देता है। इस पर महिपाल ढांडा भड़क गए और एसपी को निर्देश देते हुए कहा कि यह नौकरी के लायक नहीं है, वह इसके टर्मिनेशन की सिफारिश करेंगे। इसकी फाइल तैयार कर एक सप्ताह में उनके पास भेजी जाए। शिक्षा मंत्री ने चौकी इंचार्ज को ये भी कहा कि अगर आपके मकान के सामने ऐसा होटल खुल जाए तो क्या करोगे।
बैंक अधिकारियों को लगाई फटकार
शिक्षा मंत्री एवं जिला परिवेदना समिति के अध्यक्ष महिपाल ढांडा ने राम कॉलोनी निवासी कविता की मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत भैंस लोन की किस्त बैंक द्वारा न देने पर कड़ा संज्ञान लेते हुए बैंक अधिकारी को निर्देश दिए कि बिना कारण किसी भी पात्र व्यक्ति को परेशान ना किया जाए। अंत्योदय योजना के तहत प्रदेश सरकार का उद्देश्य गरीब व्यक्ति को मुख्य धारा में जोडऩा है ताकि गरीब व्यक्ति अपने व्यवसाय के माध्यम से अपना व अपने परिवार का पालन पोषण बेहतर तरीके से कर सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि बैंक अधिकारियों द्वारा इस तरह की लापरवाही को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने बैंक फटाकार लगाते हुए कहा कि बैंक द्वारा सात दिन के अन्दर पात्र को बकाया किस्त देना सुनिश्चित करें अन्यथा उसके खिलाफ प्रशासन द्वारा कड़ी कार्यवाही की जाएगी। वहीं बैठक में एक शिकायतकर्ता ने बताया कि उसे लेबर कापी पर विवाह शगुन योजना के तहत एक लाख एक हजार रुपये मिलने थे लेकिन लेबर डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने गुमराह कर के शिकायत को अटकाए रखा। इसके बाद उन्होंने समाज कल्याण विभाग से 41 हजार रुपये का लाभ दिलवाया दिया लेकिन बाकी के 70 हजार रुपये का लाभ उसे नहीं मिल पाया। उसकी आईडी को ब्लाक करवा दया गया।