जयपुर, 30 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी का मार्गदर्शन कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को स्वतंत्र करवाया और पूरे विश्व में सत्य, अहिंसा की अलख जगायी। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने देश के लिए एक सपना देखा था और जो मार्ग दिखाया था, आज केन्द्र की सत्ता में बैठे लोग उस मार्ग से भटक गये हैं। उन्होंने कहा कि दुर्भाग्य है कि राजस्थान प्रदेश में दिल्ली की पर्ची से ऐसी सरकार बन गई जो देश और प्रदेश में नफरत व वैमनस्य फैलाने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि देश में जब-जब कांग्रेस और यूपीए की सरकार बनी तो जनकल्याण के लिए एक से बढक़र एक फ्लैगशिप योजनाएं लागू हुई, जबकि पिछले दस वर्ष से केन्द्र की सत्ता में बैठे लोग देश में नफरत फैलाने का कार्य कर रहे हैं, देश में भाईचारा समाप्त कर वैमनस्य पैदा किया जा रहा है, सरकार इवेंट मैनेजमेंट में व्यस्त है।
महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर गुरुवार काे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में सर्व धर्म प्रार्थना सभा के बाद पत्रकाराें से बातचीत करते हुए डोटासरा ने महाकुंभ में मची भगदड़ के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ हम सभी देशवासियों के लिए गौरव प्रदान करने वाला है किन्तु वहां इंतजाम करना, जनता को सुविधाएं देना सरकार का कार्य है जिसमें भाजपा सरकार विफल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत् बारह माह से कोई कार्य प्रदेश सरकार द्वारा नहीं किया गया। भाजपा की प्रदेश सरकार संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार करने का कार्य कर रही है। भाजपा की प्रदेश सरकार द्वारा पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव टाले जा रहे है, जबकि 6 माह से अधिक इन संस्थाओं में कोई भी पद रिक्त नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले भरतपुर में जिला प्रमुख के चुनाव का कार्यक्रम तीन बार घोषित हो चुका है। उन्होंने कहा कि 14 माह से अधिक समय हो गया किन्तु चुनाव नहीं करवाये जा रहे है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा भरतपुर में जिला प्रमुख के चुनाव का कार्यक्रम घोषित किया जाता है और सरकार द्वारा उसे निरस्त किया जाता है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय द्वारा 60 दिवस में चुनाव करवाने के आदेश कुछ लोगों की प्रार्थना पर पारित किये गये, किन्तु राज्य सरकार आश्चर्यजनक रूप से स्टे ले आयी कि सरकार को भी सुना जाये। उन्होंने कहा कि भरतपुर में जिला परिषद् की मीटिंग नहीं हो पा रही, कोरम पूरा नहीं हो रहा और जिला कलेक्टर प्रशासक के रूप में कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं पर प्रहार करने का यह ज्वलंत उदाहरण है।