कानपुर,14 फरवरी (हि.स.)। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने कुठौंद की 41 वर्षीय महिला की सफल राइट हेमीनेफ्रेक्टॉमी (आधा गुर्दा निकालने की शल्यक्रिया) का सफल ऑपरेशन किया। यह जानकारी शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर यूरोलॉजिस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. अनिल जे बैद ने दी।
उन्होंने बताया कि हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट के अनुसार, यह ट्यूमर क्लियर सेल रीनल कैंसर था। मरीज को दाहिने गुर्दे में 10 सेमी का ट्यूमर था। जबकि बायां गुर्दा पथरी रोग के कारण क्षतिग्रस्त हो चुका था और सही तरीके से काम भी नहीं कर रहा था। यह एक जटिल सर्जरी थी। जिसको सफलतापूर्वक किया गया है।
डॉक्टर बैद ने बताया कि हिस्टोपैथोलॉजी रिपोर्ट के अनुसार, यह ट्यूमर क्लियर सेल रीनल कैंसर था, लेकिन सर्जरी के बाद मार्जिन ट्यूमर मुक्त पाए गए। सर्जरी के दो सप्ताह बाद मरीज का क्रिएटिनिन स्तर स्थिर है, जिससे संकेत मिलता है कि उसका शेष गुर्दा सही ढंग से काम कर रहा है। मरीज को सर्जरी के चौथे दिन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
पीएमएसवाई के नोडल ऑफिसर डॉ मनीष सिंह ने बताया कि यह एक चैलेंजिंग ऑपरेशन था, जिसे पूरी टीम ने बखूबी ज़िम्मेदारी के साथ पूरा किया है। यह जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के यूरोलॉजी विभाग की विशेषज्ञता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो जटिल यूरोलॉजिकल बीमारियों के इलाज में उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहा है।
ऑपरेशन करने वाली टीम में यूरोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राकेश गुप्ता और डॉ. शताक्षी मिश्रा, रेजिडेंट जनरल सर्जरी विभाग ने सहयोग दिया।