Wed, Jul 16, 2025
26.4 C
Gurgaon

Nuh

क्या आप भी करते हैं प्राकृतिक खेती? अब मिलेगा ₹30,000 की सब्सिडी और मंडी में अलग पहचान!

क्या आपकी फसलें हैं रसायन मुक्त? अब हरियाणा सरकार देगी सब्सिडी और अलग मंडी का प्लेटफॉर्म! जानिए किसे मिलेगा फायदा और कैसे।

हरियाणा CET 2025 परीक्षा कब है? एडमिट कार्ड कब आएंगे – जानिए अभी!

HSSC ने हरियाणा CET 2025 की तारीखें घोषित कर दी हैं, लेकिन उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा इंतजार है एडमिट कार्ड का। क्या आप तैयार हैं इस परीक्षा के लिए? जल्द होगा बड़ा अपडेट...
spot_imgspot_img

सावन क्या है खास? भगवान शिव का पवित्र महीना

यह महीना शिव भक्ति, मानसून की हरियाली, और सांस्कृतिक उत्सवों का संगम है। वैज्ञानिक रूप से, मानसून का स्वास्थ्य और कृषि पर प्रभाव इसे और महत्वपूर्ण बनाता है। आइए जानें सावन की खासियत और इसे कैसे मनाएं!

हरियाणा में अलर्ट! IMD ने दी 7 दिनों तक भारी बारिश–आंधी की चेतावनी

क्या हरियाणा में फिर तबाही लाएगा मानसून? IMD ने चेतावनी दी है कि अगले 5 से 7 दिन तक गुरुग्राम और आसपास के जिलों में भारी बारिश, तेज़ हवाएं, और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन अलर्ट पर है—but क्या आम लोग तैयार हैं?

हरियाणा–यूपी मिलकर बनाएंगे जल इतिहास! Ganga–Yamuna लिंक नहर से NCR को मिलेगी बड़ी राहत

क्या NCR में पानी की कमी इतिहास बन जाएगी? हरियाणा और यूपी सरकार मिलकर Ganga–Yamuna Link Canal परियोजना पर गंभीरता से काम शुरू कर चुके हैं। पांच संभावित रूट सामने आए हैं—और लक्ष्य है नवंबर 2031 तक पानी बहाने का! लेकिन क्या यह डेडलाइन हकीकत बन पाएगी?

क्या हरियाणा अब सच में बदल रहा है? जानिए बदलाव की असली तस्वीर!

हरियाणा में ज़बरदस्त प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो चुकी है—थीम पार्क, मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स, सड़क सुरक्षा सुधार और महिला अधिकारों पर नए फैसले। लेकिन असली सवाल यह है: क्या यह बदलाव टिकाऊ है? क्या सोच भी बदलेगी? जवाब चौंकाने वाला हो सकता है…

हरियाणा की महिला कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर! क्या आपको भी मिलेगा ये नया अधिकार?

हरियाणा सरकार ने एक अहम बदलाव किया है — लेकिन क्या ये बदलाव सिर्फ कागज़ों तक सीमित रहेगा या सच में बदल देगा आपका वर्क-लाइफ बैलेंस?

हरियाणा में मौसम का कहर! 19 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी — 4 दिन रहें अलर्ट

उत्तर-पश्चिम हरियाणा के लोग आने वाले चार दिन मॉनसून की तेज़ मार का सामना कर सकते हैं। प्रशासन और आम नागरिकों दोनों को चौकन्ना रहने की ज़रूरत है। जलभराव, यातायात और फसल क्षति जैसी स्थितियों से निपटने के लिए तैयारी और जागरूकता ही बचाव है।