हर गली में बस पानी ही पानी। चर्खी दादरी में बारिश का कहर ऐसा टूटा कि लोग अपने ही घरों में कैद हो गए। क्या अब भी हल्की फुहार राहत बनेगी या फिर और बिगड़ेगा हाल?
क्या हरियाणा में फिर तबाही लाएगा मानसून? IMD ने चेतावनी दी है कि अगले 5 से 7 दिन तक गुरुग्राम और आसपास के जिलों में भारी बारिश, तेज़ हवाएं, और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन अलर्ट पर है—but क्या आम लोग तैयार हैं?
क्या NCR में पानी की कमी इतिहास बन जाएगी? हरियाणा और यूपी सरकार मिलकर Ganga–Yamuna Link Canal परियोजना पर गंभीरता से काम शुरू कर चुके हैं। पांच संभावित रूट सामने आए हैं—और लक्ष्य है नवंबर 2031 तक पानी बहाने का! लेकिन क्या यह डेडलाइन हकीकत बन पाएगी?
हरियाणा में ज़बरदस्त प्रोजेक्ट्स की शुरुआत हो चुकी है—थीम पार्क, मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स, सड़क सुरक्षा सुधार और महिला अधिकारों पर नए फैसले। लेकिन असली सवाल यह है: क्या यह बदलाव टिकाऊ है? क्या सोच भी बदलेगी? जवाब चौंकाने वाला हो सकता है…
उत्तर-पश्चिम हरियाणा के लोग आने वाले चार दिन मॉनसून की तेज़ मार का सामना कर सकते हैं। प्रशासन और आम नागरिकों दोनों को चौकन्ना रहने की ज़रूरत है। जलभराव, यातायात और फसल क्षति जैसी स्थितियों से निपटने के लिए तैयारी और जागरूकता ही बचाव है।