नेशनल डॉक्टर्स डे के अवसर पर जब देश उन डॉक्टरों को सलाम कर रहा है जिन्होंने अपनी सेवा से लाखों लोगों की जान बचाई, वहीं गुजरात सरकार की एक विशेष योजना — मुख्यमंत्री कन्या केलवणी निधि योजना — राज्य की बेटियों को डॉक्टर बनाने की दिशा में चुपचाप क्रांति ला रही है।
📊 अब तक 25,768 बेटियों को मिला 772 करोड़ का समर्थन
इस योजना के तहत उन परिवारों की बेटियों को आर्थिक सहायता दी जाती है जिनकी वार्षिक आय 6 लाख रुपये या उससे कम है और जिन्होंने नीट (NEET) के माध्यम से एमबीबीएस में प्रवेश पाया हो।
➡️ 2024-25 में ही:
- 5155 छात्राओं को
- ₹162.69 करोड़ की आर्थिक सहायता
🎯 योजना की प्रमुख विशेषताएं:
विशेषता | विवरण |
---|---|
लॉन्च वर्ष | 2017-18 |
लाभार्थी वर्ग | 6 लाख से कम आय वाले परिवारों की बेटियाँ |
लाभ | 50% तक ट्यूशन फीस की प्रतिपूर्ति |
लागू क्षेत्र | पूरे गुजरात में |
सामुदायिक बाध्यता | नहीं, सभी वर्गों के लिए खुला |
💬 प्रतिभाबेन की कहानी: “योजना ने डॉक्टर बनने का हौसला दिया”
प्रतिभाबेन चौहाण, मूलतः जामनगर की निवासी हैं, और उन्होंने अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया। वे कहती हैं:
“मेरी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि प्राइवेट कॉलेज की महंगी फीस भर सकूं। योजना ने मेरे लिए रास्ता खोल दिया। मुझे पूरे कोर्स के लिए ₹25.48 लाख की सहायता मिली।”
अब प्रतिभाबेन पीजी की तैयारी कर रही हैं — और यह योजना उनके जैसे हजारों छात्राओं का भविष्य बदल रही है।
🧠 यह योजना क्यों जरूरी है?
- लड़कियों को मेडिकल क्षेत्र में बढ़ावा
- प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की उच्च फीस से राहत
- राज्य में महिला डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि
- डॉक्टर बनने के सपनों को आर्थिक पंख देना
📌 FAQ – जानिए ज्यादा
सवाल | जवाब |
---|---|
मुख्यमंत्री कन्या केलवणी योजना क्या है? | यह मेडिकल में MBBS पढ़ने वाली बेटियों को ट्यूशन फीस की 50% आर्थिक सहायता देती है। |
यह योजना किसे मिलती है? | गुजरात की बेटियाँ जिनकी पारिवारिक आय ₹6 लाख या उससे कम हो। |
योजना का फॉर्म कैसे भरें? | राज्य सरकार की अधिकृत वेबसाइट या मेडिकल कॉलेजों के ज़रिए। |
क्या इसमें कोई जाति सीमा है? | नहीं, यह योजना सभी वर्गों की बेटियों के लिए है। |
✅ निष्कर्ष:
गुजरात की यह योजना न केवल शैक्षिक अवसरों को बढ़ावा देती है, बल्कि समाज में बेटियों की भूमिका को सशक्त बनाती है। यदि आपके परिवार में कोई बेटी मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहती है, तो यह योजना एक सुनहरा अवसर बन सकती है।