नई दिल्ली, 2 जुलाई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 जुलाई से 9 जुलाई तक की पांच देशों की आठ दिवसीय विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं।
इस ऐतिहासिक यात्रा में वे ब्राजील, अर्जेंटीना, त्रिनिदाद और टोबैगो, घाना और नामीबिया का दौरा करेंगे।
🇧🇷 ब्राजील में BRICS शिखर सम्मेलन – वैश्विक दक्षिण पर फोकस
- 6-7 जुलाई को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में होने वाले 17वें BRICS शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी हिस्सा लेंगे।
- थीम है: “समावेशी और सतत शासन के लिए वैश्विक दक्षिण सहयोग को मजबूत करना”।
- PM मोदी ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डी सिल्वा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
🇹🇹 त्रिनिदाद और टोबैगो – प्रवासी भारतीयों से जुड़ाव
3-4 जुलाई को प्रधानमंत्री त्रिनिदाद और टोबैगो का दौरा करेंगे।
यहाँ भारतीय मूल के दो शीर्ष महिला नेता—राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री—से उनकी मुलाकात होगी।
यह यात्रा भारतीय प्रवासियों के आगमन की 180वीं वर्षगांठ के अवसर पर है।
🇬🇭 घाना – 30 साल बाद प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा
2-3 जुलाई को पीएम मोदी घाना में रहेंगे।
वे घाना की संसद को संबोधित करेंगे और वहां के भारतीय समुदाय से संवाद करेंगे।
यह यात्रा भारत-घाना संबंधों में एक नई ऊर्जा लाने की कोशिश है।
🇦🇷 अर्जेंटीना – रक्षा से लेकर ऊर्जा तक सहयोग
4-5 जुलाई को पीएम मोदी अर्जेंटीना जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति जेवियर मिलेई से मिलेंगे।
बातचीत के एजेंडे में रक्षा, खनन, कृषि और ऊर्जा जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे।
इससे भारत-अर्जेंटीना की रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिलेगी।
🇳🇦 नामीबिया – अफ्रीका से रिश्तों को नई मजबूती
9 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे।
यह भारत के किसी प्रधानमंत्री की 27 साल में पहली यात्रा होगी।
वे संसद को संबोधित करेंगे और राष्ट्रपिता सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
Q. PM मोदी किन 5 देशों की यात्रा पर हैं?
➡️ घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील, नामीबिया
Q. BRICS शिखर सम्मेलन 2025 की मेजबानी कौन करेगा?
➡️ भारत
Q. त्रिनिदाद और टोबैगो यात्रा का विशेष कारण क्या है?
➡️ भारतीय प्रवासियों की 180वीं वर्षगांठ
Q. क्या प्रधानमंत्री घाना की संसद को संबोधित करेंगे?
➡️ हाँ, यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 30 वर्षों में पहली यात्रा है।
✈️ निष्कर्ष
PM मोदी की यह यात्रा केवल द्विपक्षीय नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की भूमिका को मजबूत करने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
क्या यह यात्रा BRICS और भारत-अफ्रीका रिश्तों का नया युग शुरू करेगी?