🌾 प्राकृतिक खेती के लिए विशेष मंडी – हरियाणा सरकार की नई पहल
हरियाणा सरकार ने रासायन मुक्त प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। अब इस क्षेत्र के किसानों को न केवल आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि एक अलग विशेष खरीद मंडी भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
📌 योजना का उद्देश्य
- प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना
- किसानों को रासायनिक मुक्त कृषि के लिए प्रोत्साहित करना
- उपभोक्ताओं तक शुद्ध, सुरक्षित और जैविक उत्पाद पहुँचाना
📊 प्रमुख फैसले और लक्ष्य
बिंदु | विवरण |
---|---|
कुल विस्तार लक्ष्य | 10,000 एकड़ से बढ़ाकर 1 लाख एकड़ तक |
प्रति किसान सब्सिडी | ₹30,000 |
खास मंडी व्यवस्था | प्राकृतिक खेती उत्पादों की विशेष खरीद मंडी |
उत्पाद की गुणवत्ता जाँच | मीट व अन्य जैविक उत्पादों के लिए प्रयोगशाला परीक्षण सुविधा |
🧾 कौन ले सकता है इस योजना का लाभ?
- जिन किसानों की खेती पूर्णतः जैविक और प्राकृतिक खेती तकनीकों पर आधारित है
- जो उर्वरक व कीटनाशक रहित उत्पादन कर रहे हैं
- जो सरकार की प्रमाणन प्रक्रिया को पूरा करते हैं
🧪 प्रयोगशाला परीक्षण – क्यों जरूरी?
राज्य सरकार ने बताया कि प्राकृतिक खेती उत्पादों की गुणवत्ता जांच के लिए लैब की स्थापना की जाएगी ताकि उपभोक्ताओं का भरोसा बना रहे और उत्पादों को प्रमाणिकता मिले।
🗣️ अधिकारियों की राय
राज्य कृषि विभाग ने कहा –
“हम चाहते हैं कि हरियाणा का किसान प्रकृति की ओर लौटे। जैविक खेती ही भविष्य है, और हम इसे गाँव-गाँव तक पहुँचाएंगे।”
📌 निष्कर्ष
हरियाणा में प्राकृतिक खेती अब सिर्फ एक विकल्प नहीं, बल्कि एक समर्थित आंदोलन बन चुका है।
यदि आप एक किसान हैं और प्रकृति के साथ सामंजस्य में खेती करते हैं, तो यह योजना आपके लिए वरदान साबित हो सकती है।
✅ आज ही जुड़ें प्राकृतिक खेती से – कमाएँ लाभ, बढ़ाएँ सम्मान।
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