सुबह का सन्नाटा टूटा चीखों से
कानपुर के बिधनू थाना क्षेत्र के रमईपुर गांव में बुधवार सुबह कानपुर छत गिरने की घटना ने एक परिवार को गहरे दुख में डाल दिया। कच्चे मकान की जर्जर छत ढहने से मलबे में दबकर छह वर्षीय पीहू की मौत हो गई और उसकी दो बहनें घायल हो गईं।
हादसे की दर्दनाक कहानी
पीड़ित पिता प्रमोद कुमार किसान और मजदूर हैं। मंगलवार रात पीहू अपनी बहनों प्रांशी और अंकिता के साथ सो रही थी। सुबह अचानक कच्चे कमरे की छत भरभरा कर गिर गई। मलबे में दबने से तीनों बहनें घायल हो गईं। परिजन और पड़ोसी तुरंत मदद के लिए दौड़े और तीनों को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने पीहू को मृत घोषित कर दिया।
अन्य बहनें खतरे से बाहर
प्रांशी और अंकिता को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। कानपुर छत गिरने की घटना ने पूरे गांव में शोक फैला दिया। लोगों का कहना है कि जर्जर मकानों की समय पर मरम्मत न होना बड़ी समस्या है।
पुलिस की कार्रवाई
बिधनू थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया है।
सबक और चेतावनी
विशेषज्ञों का कहना है कि बरसात में जर्जर मकान खतरे का कारण बनते हैं। कानपुर छत गिरने की घटना ने एक बार फिर सुरक्षित आवास की जरूरत पर जोर दिया है।