मालदा बाढ़ का खतरा गहराया
मालदा बाढ़ संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। गंगा, महानंदा और फूलहार नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कई इलाके अब भी पूरी तरह जलमग्न हैं।
लोग घरों में फंसे
मानिकचक और वैष्णबनगर क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इंग्लिशबाजार और पुरातन मालदा में महानंदा का पानी घुस चुका है। लोग घरों में फंसे हैं और मदद का इंतजार कर रहे हैं।
300 परिवारों को सुरक्षित जगह भेजा गया
आपदा प्रबंधन विभाग ने करीब 300 परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर भेजा। कई स्कूलों को राहत कैंप में बदला गया। वहां भोजन, चिकित्सा और ठहरने की व्यवस्था की गई है।
भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने उत्तर बंगाल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे मालदा बाढ़ की स्थिति और बिगड़ने का अंदेशा है। ग्रामीणों में डर और दहशत का माहौल है।
बांध टूटने से बढ़ी मुसीबत
कुछ दिन पहले मानिकचक के भूतन क्षेत्र में करोड़ों की लागत से बना नया बांध टूट गया था। ग्रामीणों का आरोप है कि बांध की गुणवत्ता बेहद खराब थी। इससे मालदा बाढ़ का संकट और बढ़ गया।
सरकार पर सवाल
कांग्रेस सांसद इशा खान चौधरी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों जिम्मेदार हैं। उन्होंने तुरंत राहत और बचाव कार्य की मांग की है।