बीजिंग, 17 जनवरी (हि.स.)। दुनिया से अलग-थलग पड़े पाकिस्तान को चीन ने शुक्रवार को अंतरिक्ष तक पहुंचा दिया। चीन ने पाकिस्तान के पीआरएससी-ई1 उपग्रह के साथ दो और उपग्रह लॉन्च किए। इनका सफल प्रक्षेपण जिउक्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से किया गया।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की खबर के अनुसार पाकिस्तान के उपग्रह पीआरएससी-ईओ1 को स्थानीय समयानुसार दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर चीन के मालवाहक लॉन्ग मार्च-2डी वाहक रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया। चीन का यह मालवाहक लॉन्ग मार्च-2डी वाहक रॉकेट अपने साथ दो और उपग्रह तियानलू-1 और लांतान-1 को भी ले गया है। चीन का यह प्रक्षेपण लॉन्ग मार्च वाहक रॉकेट सीरीज से जुड़ा 556वां उड़ान मिशन है। पाकिस्तान का यह सैटेलाइट धरती की निगरानी करेगा। साथ ही पाकिस्तान की स्पेस एजेंसी सुपार्को के लिए काम करेगा।
हाल के वर्षों में चीन ने पाकिस्तान के कई उपग्रह लॉन्च किए हैं। इनमें पीआएससी-1 भी है। यह पाकिस्तान का पहला ऑप्टिकल रिमोट सेंसिंग उपग्रह है। दूसरा पीएकेटीईएस 1ए है। यह रिमोट सेंसिंग उपग्रह है। इसे 2018 में लॉन्च किया गया था। इसका निर्माण सुपार्को ने किया था। यह उपग्रह अभी भी काम कर रहा है।
चीन ने पाकिस्तान के पहले चंद्र मिशन में भी मदद की है। उसने अपने मून मिशन चांग ए-6 के अंतर्गत पाकिस्तान के आईसीयूबीई-क्यू को चंद्रमा की सतह की तस्वीरें लेने और चुंबकीय क्षेत्र के डेटा को इकट्ठा करने के लिए भेजा था। आईसीयूबीई-क्यू एक तरह का नैनोसैटेलाइट है। इसके अलावा चीन 30 मई, 2024 को पाकिस्तान के संचार उपग्रह पीएकेएसएटी-एमएम 1 को भी लॉन्च कर चुका है।