नई दिल्ली, 17 जनवरी (हि.स.)। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को यहां नागरिक केंद्रित सेवाओं के तहत ‘संचार साथी’ मोबाइल ऐप को लॉन्च किया। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 विजन दस्तावेज का अनावरण भी किया और डीबीएन द्वारा वित्त पोषित 4-जी मोबाइल साइटों पर इंट्रा सर्कल रोमिंग का उद्घाटन किया। इससे लोगों को अपने मोबाइल फोन ‘कॉल लॉग’ से धोखाधड़ी की किसी भी संदिग्ध सूचना की सीधे रिपोर्ट करना आसान हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संचार साथी ऐप के लॉन्चिंग के अवसर पर कहा, “आज संचार साथी ऐप को हर उपभोक्ता के फोन पर उपलब्ध करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि पोर्टल को वैश्विक सफलता मिली है, 9 करोड़ लोग इसे देख चुके हैं।” ऐप…इस पोर्टल की मदद से हमने चोरी हुए 25 लाख फोन में से 15 लाख का पता लगा लिया है। हमारा संचार साथी पोर्टल और ऐप प्रहरी बनकर सभी को सुरक्षित रखेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का लक्ष्य हर नागरिक को सशक्त बनाना है राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन पर आधारित…।”
सिंधिया ने कहा कि हमने 12.5 लाख व्हाट्सएप अकाउंट भी बंद कर दिए हैं। इस पोर्टल के जरिए जो अब आपके फोन पर एक ऐप के रूप में उपलब्ध है, हमने लगभग 25 लाख चोरी हुए फोन को निष्क्रिय कर दिया है, जिनमें से 15 लाख का सफलतापूर्वक पता लगा लिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी कई सुविधाएं प्रदान करती है, लेकिन जब भी कोई आविष्कार होता है, तो हमेशा कुछ बुरे लोग होते हैं, जो इसका दुरुपयोग करने की कोशिश करते हैं। हमारा ‘संचार साथी’ पोर्टल और ऐप सभी के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए एक अभिभावक के रूप में कार्य करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने दूरसंचार विभाग की दो अन्य पहलों राष्ट्रीय ब्रॉडबैंड मिशन 2.0 के लिए दृष्टिकोण तथा ‘डिजिटल भारत निधि’ से वित्तपोषित 4-जी मोबाइल साइट पर ‘इंट्रा सर्किल रोमिंग’ की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि सफल परीक्षणों के आधार पर आने वाले दिनों में यह भारत के हर गांव को जोड़ेगा। आज लगभग 200,000 ग्राम पंचायतें जुड़ चुकी हैं और अब हम 270,000 गांवों को जोड़ने जा रहे हैं।
दूरसंचार विभाग का 2023 में पेश किया गया ‘संचार साथी’ मंच धोखाधड़ी वाली फोन कॉल के खिलाफ कार्रवाई में एक प्रभावी तंत्र साबित हुआ है। नया ऐप ग्राहकों के लिए सुरक्षित परिवेश सुनिश्चित कर इन प्रयासों को दोगुना कर देगा। इससे लोगों को अपने मोबाइल फोन ‘कॉल लॉग’ से धोखाधड़ी की किसी भी संदिग्ध सूचना की सीधे रिपोर्ट करना आसान हो जाएगा।