📌 Ayushman card मुख्य बिंदु (Bullet Highlights):
- फरीदाबाद के 25 प्राइवेट अस्पतालों ने Ayushman card इलाज रोकने की चेतावनी दी
- सरकार पर 400 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया, जिसमें फरीदाबाद का हिस्सा 25 करोड़
- 10 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड धारकों को हो सकती है परेशानी
- IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने सरकार को भेजा नोटिस
- सरकारी अस्पतालों में इलाज जारी रहेगा
📖 Ayushman card से समस्या क्या है?
आयुष्मान भारत योजना के तहत निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज करवा रहे मरीजों के लिए बुरी खबर है। फरीदाबाद के 25 निजी अस्पतालों ने सरकार को चेताया है कि अगर जल्द बकाया भुगतान नहीं किया गया, तो वे योजना के तहत इलाज देना बंद कर देंगे।
💰 कितना है बकाया?
- कुल राज्य स्तर पर बकाया: ₹400 करोड़
- फरीदाबाद के 25 अस्पतालों का हिस्सा: ₹25 करोड़
- कई अस्पताल पिछले 6-8 महीनों से भुगतान का इंतज़ार कर रहे हैं
🧾 IMA की कार्रवाई:
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने स्वास्थ्य मंत्रालय और संबंधित विभागों को नोटिस जारी कर कहा है:
“अगर भुगतान नहीं किया गया तो 15 दिनों के भीतर आयुष्मान योजना के अंतर्गत इलाज बंद किया जाएगा।”
🧑⚕️ किसे होगी सबसे ज्यादा परेशानी Ayushman card से?
- जिले के लगभग 10 लाख आयुष्मान कार्ड धारक प्रभावित हो सकते हैं
- जिनका इलाज पहले से चल रहा है, उन्हें रुकावट का सामना करना पड़ सकता है
- गरीब और निम्न आय वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे
🏥 क्या सरकारी अस्पतालों में इलाज जारी रहेगा?
हां, सभी सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के अंतर्गत फ्री इलाज पहले की तरह चलता रहेगा। लेकिन प्राइवेट अस्पतालों पर अधिक निर्भर मरीजों को खासा असर झेलना पड़ सकता है।
📢 सरकार का क्या कहना है?
सरकारी सूत्रों का कहना है कि भुगतान प्रक्रिया वित्त विभाग में अटकी है, लेकिन इसे जल्द सुलझाने की कोशिश की जा रही है।