बलूचिस्तान में कर्फ्यू और सुरक्षा कड़े
पाकिस्तान का बलूचिस्तान प्रांत स्वतंत्रता दिवस की खुशियों से दूर है। बलूचिस्तान में कर्फ्यू लागू है। संघीय सरकार ने सुरक्षा उपाय कड़े किए हैं। रात में सार्वजनिक परिवहन पर प्रतिबंध, रेल सेवाएं रोकना और मोबाइल इंटरनेट बंद करना शामिल है।
नागरिकों को हो रही कठिनाई
बलूचिस्तान के नागरिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। क्वेटा, कराची और मकरान के बीच यात्रा मुश्किल हो गई है। मरीजों को इलाज के लिए कराची जाने में समस्या हो रही है। सुरक्षा कारणों से शहरों के प्रवेश और निकास द्वार बंद हैं।
मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं का ब्लैकआउट
6 अगस्त से 36 जिलों में 3G और 4G सेवाएं बंद हैं। लगभग 1.5 करोड़ निवासियों में आधे से अधिक मोबाइल डेटा पर निर्भर हैं। फ्रीलांसर, ऑनलाइन कारोबार, फूड डिलीवरी और टेलीमेडिसिन प्रभावित हैं।
सुरक्षा बलों पर हमले
सशस्त्र हमले जारी हैं। बसिमा में सेना के आठ जवान मारे गए। क्वेटा में पुलिस और सरकारी दफ्तरों को निशाना बनाया गया। जियारत में डिप्टी कमिश्नर का अपहरण हुआ। इस स्थिति ने बलूचिस्तान में कर्फ्यू को और अधिक जरूरी बना दिया।
मानवाधिकार संगठनों की चेतावनी
बलूचिस्तान मानवाधिकार आयोग ने प्रतिबंधों की निंदा की और इसे नागरिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया। प्रशासन का कहना है कि यह कदम सुरक्षा के लिए आवश्यक है।
निष्कर्ष: स्वतंत्रता दिवस के जश्न से पहले बलूचिस्तान में कर्फ्यू और कड़े सुरक्षा उपाय आम नागरिकों के लिए चुनौती बन गए हैं।