जगदलपुर, 3 जून (हि.स.)। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और वन मंत्री केदार कश्यप अपने एक दिवसीय बस्तर प्रवास में आज मंगलवार काे “एक संवाद माओवाद का विद्रूप चेहरा बीजिंग से बस्तर तक” कार्यक्रम में शामिल हाेने जगदलपुर पहुंचे। इस दौरान स्थानीय मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट जगदलपुर आगमन पर जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका आत्मीय स्वागत किया।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा का कहना है कि, जिस चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को आदर्श मानकर नक्सली (माओवादी) बस्तर में जल, जंगल, जमीन की बात करते हैं । उसी चीन में 3-4 जून 1989 की रात तियानमेन चौक में लोकतंत्र की मांग करने वाले 10 हजार छात्रों को टैंक-ताेप से कुचल दिया गया था । नक्सलियों के आदर्श माओ त्से तुंग के अनुसार, राजनीतिक शक्ति बंदूक की नली से निकलती है की विचारधारा को लेकर नक्सलियों (माओवादियों) ने वर्षों से बस्तरतवासियों को उनके अधिकारों से वंचित रखते हुए, बस्तर की भूमि में हजारों निर्दोष आदिवासियों को मौत के घाट उतारा है। अब जबकि बस्तर इन नक्सलियों (माओवादियों) की खोखली विचारधारा से आजाद होकर विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है तो समय है ऐसे विचार पर संवाद करने का। वहीं दूसरी ओर 2 मई काे हैदराबाद में नक्सलियों से शांति वार्ता को लेकर एक बैठक हुई, इस बैठक में तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बोम्मे महेश कुमार गौड और एआईसीसी सचिव संपत कुमार भी शामिल हुए। इस दौरान राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, वामपंथी और क्रांतिकारी दलों, नागरिक, मानवाधिकार और सार्वजनिक समूहों ने नक्सलियों से बातचीत करने की पैरवी की। इस दौरान कहा गया कि, नक्सलवाद के खात्मे के नाम पर जो कुछ हो रहा है उसे तत्काल रोका जाना चाहिए, एक मंच पर आकर शांतिवार्ता की दिशा में पहल हो। वही सरकार नक्सलियाें से हथियार डाल कर आत्मसमर्पण के बाद ही चर्चा के पक्ष में है।
इस दौरान बस्तर सांसद महेश कश्यप, महापौर संजय पाण्डे, विधायक चित्रकोट विनायक गोयल सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ ही एडीजी नक्सल ऑप. विवेकानंद सिन्हा, कमिश्नर डोमन सिंह, बस्तर आईजी सुंदरराज पी., एसपी शलभ कुमार सिन्हा, प्रभारी कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ प्रतीक जैन मौजूद रहे।