शिमला में भूस्खलन से अफरा-तफरी
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून का कहर लगातार बढ़ रहा है। राजधानी शिमला में नवबहार से राजभवन मार्ग पर सोमवार देर रात भारी भूस्खलन हुआ। कई सरकारी आवास प्रभावित हुए और 40 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजना पड़ा।
मंडी जिले में भारी तबाही
मंडी जिले की चौहार घाटी में रातभर हुई बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। यहां कई फुटब्रिज बह गए, दुकानें ढह गईं और सैकड़ों बीघा भूमि तेज बहाव में समा गई। किसानों और बागवानों को करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा।
कुल्लू में बादल फटा
कुल्लू जिले की लगघाटी में मंगलवार सुबह बादल फट गया। दो दुकानों और एक बाइक को नुकसान पहुंचा, जबकि सरवरी क्षेत्र का पैदल पुल बह गया। हालात गंभीर देखते हुए कुल्लू और बंजार उपमंडल के स्कूल बंद कर दिए गए।
पौंग डैम से छोड़ा गया पानी
कांगड़ा जिले में पौंग डैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। मंगलवार सुबह तक करीब 59,835 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। बुधवार से यह मात्रा 75 हजार क्यूसेक तक बढ़ाई जाएगी। निचले क्षेत्रों में अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। भूस्खलन, बादल फटने और नदियों-नालों में बाढ़ का खतरा बना हुआ है।