अररिया 07 जनवरी (हि.स.)। देश के कई राज्यों में एचएमपीवी यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का मामला तेजी से पांव पसारने लगा है। कोरोना की तरह मिलते जुलते लक्षणों वाला यह वायरस लोगों के ऊपरी व निचले श्वसन पथ में संक्रमण फैलाता है। देश में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे लेकर सभी जिलाधिकारी, सिविल सर्जन को एडवाइजरी जारी किया है। इसमें संबंधित मामलों के प्रति विशेष सतर्कता व सावधानी बरतने के लिये निर्देशित किया गया है।
सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश कुमार राय ने बताया कि एचएमपीवी वायरस से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। यह कोई नया वायरस नहीं है। देश में वर्ष 2001 से ही इससे संबंधित मामले मिलते रहे हैं। बावजूद इसके इसे लेकर विभाग पूरी तरह सतर्क व सावधान है। वैसे तो यह वायरस सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है लेकिन 05 साल से कम उम्र के बच्चे, 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को इसका ज्यादा खतरा रहता है। वहीं कमजोर इम्युनिटी वाले लोग, अस्थमा या सांस संबंधी अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिये यह वायरस स्वास्थ्य संबंधी गंभीर चुनौती पेश कर सकता है। एचएमपीवी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रमित व्यक्ति के खांसने-छींकने या उनके संपर्क में आने से यह एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है।
सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि सभी स्वास्थ्य संस्थानों को सांसों से जुड़ी समस्या लेकर ओपीडी में आने वाले मरीजों की निगरानी के लिए निर्देशित किया गया है। खांसी-जुकाम से जुड़े मामलों को गंभीरता से लिये जाने, किसी मरीज में एचएमपीवी वायरस से जुड़े लक्षण पाये जाने पर इसकी तत्काल जांच सुनिश्चित कराते हुए जरूरी एहतियाती कदम उठाने के लिये जरूरी निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक बिहार में एचएमपीवी वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है।