🔍 ITR Refund Scrutiny 2025: झूठे या असामान्य दावे पर रिफंड रोक सकता है आयकर विभाग
📌 क्यों आया अलर्ट?
2025 में आयकर विभाग (Income Tax Department) ने टैक्सपेयर्स के ITR (Income Tax Return) को लेकर सख्त रवैया अपनाया है। यदि कोई टैक्सपेयर रिटर्न में असामान्य दावा करता है—जैसे अधिक कटौती, अधिक HRA क्लेम या गलत TDS डिटेल—तो वह Scrutiny के दायरे में आ सकता है।
🛑 किन मामलों में फँस सकते हैं आप?
- गलत या ओवर-क्लेम की गई धारा 80C, 80D डिडक्शन
- अनरिपोर्टेड इनकम (उदाहरण: FD का ब्याज)
- HRA क्लेम, जबकि आप रेंट नहीं देते
- एक ही पैन पर डबल ITR फाइलिंग
- TDS डेटा mismatch (Form 16 vs AIS)
🕵️ क्या होगा अगर दावा संदिग्ध हुआ?
- आपके रिटर्न को “अंडर स्क्रूटिनी” माना जाएगा
- तुरंत रिफंड नहीं मिलेगा
- ITR प्रोसेसिंग “Pending for Verification” में चली जाएगी
- आयकर विभाग आपसे अतिरिक्त दस्तावेज़ मांग सकता है
- कुछ मामलों में सूचनाएं/नोटिस भी भेजे जा सकते हैं
✅ क्या करें ताकि रिफंड अटक न जाए?
सावधानी | विवरण |
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Form 16 और AIS मिलाएं | दोनों की जानकारी एक जैसी होनी चाहिए |
डॉक्यूमेंट अपलोड करें | HRA या अन्य क्लेम के लिए प्रूफ दें |
AIS/TIS जांचें | Annual Information Statement में सभी इनकम होनी चाहिए |
सत्यापन सही से करें | OTP/EVC से ITR सही समय पर वेरिफाई करें |
फर्जी क्लेम से बचें | सिर्फ असली खर्च और निवेश दिखाएं |
📆 रिटर्न भरने की आखिरी तारीख?
31 जुलाई 2025 है बिना लेट फी के रिटर्न भरने की आखिरी तारीख।
📢 निष्कर्ष: अब सतर्क रहना ज़रूरी
रिटर्न में छोटा सा गलत दावा अब बड़ी परेशानी ला सकता है। स्क्रूटिनी के चलते टैक्स रिफंड में देरी या पूरी तरह से रिजेक्शन हो सकता है। यदि आपने इस साल रिटर्न फाइल किया है, तो अब AIS मिलान और क्लेम वैधता की दोबारा जांच करें।