महाकुम्भ नगर, 17 जनवरी (हि.स.)। महाकुम्भ के सबसे महत्वपूर्ण स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी को सकुशल सम्पन कराने के लिए तैयारी तेज कर दी है। देश के विभिन्न क्षेत्रों एवं विदेशी श्रद्धालुओं को सुरक्षित आवागमन उपल्बध कराने के लिए प्रयागराज कमिश्नरेट एवं मेला क्षेत्र को नो—व्हेकिल जोन घोषित कर दिया जाएगा। पांच दिन शहर एवं मेला में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महाकुम्भ राजेश कुमार द्विवेदी ने बताया कि मौनी अमावस्या स्नान पर्व को आने वाली श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ को सकुशल स्नान कराकर वापस भेजने की योजना की रणनीति तैयार की गई है। इस स्नान पर्व पर के दिन से दो दिन पूर्व और दो दिन बाद मेला क्षेत्र एवं प्रयागराज शहर में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
प्रयागराज के सीमावर्ती जनपद कौशाम्बी, प्रतापगढ़,फतेहपुर,चित्रकूट, वाराणसी, मिर्जापुर,जौनपुर,भदोही, रायबरेली, रींवा, सतना में वाहनों के आवागमन में परिवर्तन और यातायात को नियंत्रित करने की योजना लागू की रही है। श्रद्धालुओं को सामान्य दिनों शटल बस, सीएनजी आटो एवं ई—रिक्शा की सुविधा प्रदान करने की योजना पर कार्य हो रहा है। जबकि मुख्य स्नान पर्व से पूर्व एवं बाद में सभी प्रकार के वाहनों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। सत्रह सौ से अधिक साईनेजेज की व्यवस्था की गई है। प्रयागराज में 230 स्थानों पर बैरिएबल मैसेज डिस्प्ले बोर्ड लगाए जा रहें है। इस बोर्ड के माध्यम से श्रद्धालुओं को आवश्यक सूचनाएं सहज रूप से सुलभ हो सकें।
वाहनों के लिए बने है 102 पार्किंग स्थल
श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन को ध्यान में रखते हुए प्रयागराज के सीमावर्ती जनपदों की ओर से आने वाले वाहनों को निर्धारित पार्किंग स्थल पर खड़ा कराया जाएगा। कौशाम्बी, फतेहपुर,प्रतापगढ़,चित्रकूट, वाराणसी,जौनपुर,मिर्जापुर,भदोही, सतना रीवां मध्य प्रदेश से सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 19 सौ हेक्टेयर एरिया चिहिन्त किए गए है। जिनमें 5.5 लाख वाहनों को खड़ा करने की क्षमता है। वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए होल्डिंग एरिया बनाए गये है। सीमावार्ती जनपदों से आने वाले वाहनों को डायवर्ट किया जाएगा। इसके साथ ही मार्गो व पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे से और एआई एवं एएनपीआर सुविधा का प्रयोग किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त वर्ष 2019 के सापेक्ष इस महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के यातायात को सुगमता के लिए नई सड़कों एवं 8 नए पान्टून पुलों का निर्माण किया गया है। छोटे एवं बड़े वाहनों की पहली पार्किंग भर जाने पर तत्काल अगली पार्किंग में वाहनों को पार्क कराया जाएग। इसी क्रम में यह श्रृंखला आगे बढ़ती रहेगी।