हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम में प्राकृतिक खेती (Natural Farming) को बढ़ावा देने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। अब किसानों को न केवल बाजार मिलेगा, बल्कि सीधी खरीद की सुविधा और आर्थिक सहायता भी।
🔍 मुख्य विशेषताएं:
1. मंडी की शुरुआत:
- प्राकृतिक फॉर्मिंग फसलों की सीधी खरीद के लिए मंडी शुरू की गई है।
- राज्य का लक्ष्य है कि वह इस योजना को 10,000 से 1 लाख एकड़ तक फैलाए।
2. किसानों को सब्सिडी:
- जो किसान इस योजना से जुड़ेंगे उन्हें ₹30,000 तक की सब्सिडी दी जाएगी।
- यह सहायता बीज, जैविक खाद और उपकरणों की खरीद के लिए होगी।
3. उद्देश्य:
- किसानों को रसायन मुक्त खेती की ओर आकर्षित करना
- फसल को सीधा उपभोक्ताओं तक पहुंचाना, जिससे बिचौलियों की भूमिका कम हो
- जल और मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखना
📣 सरकारी बयान:
“हम प्राकृतिक खेती को ग्रामीण अर्थव्यवस्था का भविष्य मानते हैं। इस योजना से किसान आत्मनिर्भर बनेंगे और पर्यावरण भी बचेगा,” – कृषि विभाग, हरियाणा सरकार
📈 क्या है अगला कदम?
- जल्द ही इस मॉडल को अन्य जिलों में भी लागू किया जाएगा
- ऑनलाइन पोर्टल के जरिए किसानों को मंडी से जोड़ने की योजना
- बायर्स-फार्मर्स इंटरफेस की सुविधा भी दी जाएगी
✅ निष्कर्ष:
गुरुग्राम में शुरू हुई यह प्राकृतिक खेती मंडी सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि एक पर्यावरणीय और आर्थिक क्रांति की शुरुआत है। अगर आप किसान हैं, तो यह मौका आपके लिए नया अध्याय बन सकता है।