📍 गांधीनगर, 6 जून (हि.स.) — राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) ने एआईसी-आरआरयू इनक्यूबेशन फाउंडेशन के साथ मिलकर पुलिस टेक्नोलॉजी समिट 2025 का आयोजन किया। इस समिट का उद्देश्य साइबर अपराध, डिजिटल फॉरेंसिक और अन्य उन्नत तकनीकों पर चर्चा कर कानून प्रवर्तन के भविष्य की दिशा तय करना था।
🌟 मुख्य बातें:
- एनएसएबी अध्यक्ष आलोक जोशी ने एजेंसियों के बीच इंटेलिजेंस साझा करने की जरूरत पर जोर दिया और कहा कि “साइलो” मानसिकता को तोड़ना बड़ी चुनौती है।
- अन्य वक्ताओं ने “SMART पुलिसिंग में तकनीक को आकार देने की पहल” विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
- आरआरयू के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) बिमल एन. पटेल ने विश्वविद्यालय की शिक्षण, अनुसंधान, शिक्षा और विस्तार गतिविधियों का विवरण दिया।
- समिट में देशभर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) और उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) मौजूद थे।
- लगभग 37 स्वदेशी कंपनियों ने नवीनतम तकनीक और उत्पादों का प्रदर्शन किया, जो कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए बनाए गए हैं।
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और विभिन्न राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन उत्पादों की विशेषताएं समझी और कंपनियों के प्रतिनिधियों से बातचीत की।
🙏 यह समिट पुलिसिंग को आधुनिक बनाने और सार्वजनिक सुरक्षा को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।