चंदननगर, हुगली (01 जुलाई)।
सड़क सुरक्षा को लेकर चंदननगर पुलिस कमिश्नरेट ने ज़बरदस्त पहल करते हुए ‘सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ’ अभियान के तहत दो भव्य रैली और एक ट्रैफिक कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम सड़क हादसों में हो रही बढ़ोतरी को रोकने और ट्रैफिक नियमों के पालन को जनजागरूकता से जोड़ने के लिए आयोजित किया गया।
🏫 छात्र-छात्राओं की बड़ी भागीदारी
पहली रैली चुंचुड़ा के घड़ी मोड़ से शुरू होकर नारे लगाते हुए शहर के मुख्य मार्गों से गुज़री।
छात्रों ने हाथ में तख्तियां लेकर आवाज़ बुलंद की:
- “हेलमेट पहनें, जान बचाएं”
- “तेज़ी नहीं, समझदारी ज़रूरी”
- “ट्रैफिक नियमों से ही सुरक्षा संभव”
🛣️ दूसरी रैली ने तय किया 22 KM का सफर
दूसरी रैली चंदननगर ट्रैफिक गार्ड से शुरू हुई और भद्रेश्वर तक 22 किलोमीटर तक सड़क सुरक्षा का संदेश फैलाया। जगह-जगह नागरिकों ने इसका स्वागत किया।
📚 कार्यशाला में सीखा ट्रैफिक व्यवहार
साथ ही एक ट्रैफिक अवेयरनेस वर्कशॉप भी रखी गई जिसमें छात्रों को बताया गया:
- सड़क पार करते समय किन बातों का ध्यान रखें
- दोपहिया पर हेलमेट की अनिवार्यता
- सीट बेल्ट और स्पीड लिमिट के महत्व
👮 वरिष्ठ अधिकारी भी रहे उपस्थित
- एडीसीपी ट्रैफिक देबाशीष सरकार
- एसीपी आबिद हुसैन
- चूंचूड़ा थाना प्रभारी रामेश्वर ओझा
- ट्रैफिक इंस्पेक्टर मानदत्ता साउ
एडीसीपी देबाशीष सरकार ने कहा:
“‘सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ’ सिर्फ एक नारा नहीं, यह हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।”
✅ ‘सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ’ अभियान क्या है?
यह एक सरकारी अभियान है जो ट्रैफिक नियमों के पालन और सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए शुरू किया गया है।
✅ सेफ ड्राइव सेव लाइफ रिपोर्ट क्या है?
यह रिपोर्ट सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों के परिणामों और प्रभावों का विश्लेषण करती है।
✅ सेफ ड्राइव का मतलब क्या है?
मतलब – ट्रैफिक नियमों का पालन करते हुए सुरक्षित ड्राइव करना।
✅ यह किसने शुरू किया था?
पश्चिम बंगाल सरकार ने इसे 2016 में शुरू किया था।
🏁 निष्कर्ष
‘सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ’ जैसे अभियान केवल सड़क पर नियम सिखाने के लिए नहीं हैं, बल्कि लोगों की सोच बदलने के लिए हैं। हर हेलमेट, हर संकेत, हर सावधानी—एक ज़िंदगी बचा सकती है।
🚨 तो आप भी आज ही संकल्प लें – ट्रैफिक नियमों का पालन करें और दूसरों को भी प्रेरित करें।