📽️ Saroja Devi Death: एक युग का अंत, एक कहानी की शुरुआत
🌟 प्रारंभ से पहचान बनकर उभरीं
- जन्म: 7 जनवरी, 1938, बेंगलुरु
- 1955 में Mahakavi Kalidasa से फिल्मी सफर की शुरुआत
🎬 सर्वाधिक फिल्मों में निरंतर नायिका
- 161 लगातार लीड रोल्स, 1955–1984
- लगभग 200 फ़िल्में तमिल, कन्नड़, तेलुगु और हिंदी में
🏆 गौरवमयी सम्मान
- पद्मश्री (1969) और पद्म भूषण (1992)
- तामिलनाडु सरकार का Kalaimamani सम्मान, बेंगलुरु विश्वविद्यालय की डॉक्टरेट
👑 स्क्रीन पर कैसी थीं?
- नाम दिए गए – “Abhinaya Saraswathi” (कन्नड़ में), “Kannadathu Paingili” (तमिल में)
- MGR, शिवाजी गणेशन, NT रामाराव, राजकुमार जैसे दिग्गजों के साथ सुपरहिट जोड़ी बनीं



🕊️ व्यक्तिगत जीवन: संघर्ष और समर्पण
- विवाह: 1967 में श्री हरषा से, 1986 में उनके निधन तक साथ रहे
- एक बेटी गोद ली: भुवनेश्वरी, जिनकी याद में साहित्य पुरस्कार की स्थापना
🎥 अंतिम उपस्थिति और विरासत
- आखिरी फिल्म: 2019 की कन्नड़ फिल्म Natasaarvabhowma
- सामाजिक कार्य में योगदान, युग निर्माण पुरस्कार का प्रायोजक, नई पीढ़ी के लिए प्रेरक
🕯️ फिल्मफेयर और देश भर में शोक
- सुशांत अजय सेन, राजेश खन्ना समेत कई सितारों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की
- दक्षिण सिनेमा के इतिहास में एक सुनहरा अध्याय समाप्त
💔 निष्कर्ष
Saroja Devi Death ने सिर्फ एक महान अभिनेत्री के अंत का नहीं, बल्कि दक्षिण भारतीय सिनेमा की स्वर्ण युग की विदाई का प्रतीक है।
उनकी भूमिकाएँ आज भी जीवंत हैं।
क्या आपको भी उनकी कोई फ़िल्म खास लगती थी? कमेंट में जरूर साझा करें।