कोलकाता, 10 जुलाई (हि.स.) —
पश्चिम बंगाल भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने गुरुवार को तृणमूल कांग्रेस और विशेष रूप से कोलकाता के मेयर फिरहाद (बॉबी) हाकिम पर तीखा हमला बोला है।
उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस मुसलमानों को केवल वोट बैंक मानती है, न कि उनका वास्तविक विकास चाहती है।
🎓 “बॉबी हाकिम के बच्चे कौन से स्कूल में पढ़ते हैं?”
भट्टाचार्य ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा:
“क्या बॉबी हाकिम अपने बच्चों को खारिजी मदरसे में भेजते हैं? नहीं। उनके बच्चे अच्छे स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ते हैं। लेकिन आम मुसलमानों को तृणमूल पीछे धकेलती है।”
📢 “हमने वोट की भीख नहीं मांगी है”
यह बयान तब आया जब बॉबी हाकिम ने दावा किया था कि भाजपा को अल्पसंख्यकों का वोट नहीं मिलेगा।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शमिक ने कहा:
“अगर मुसलमान वोट न भी दें, तब भी तृणमूल का विसर्जन होकर रहेगा।”
🎭 ‘नकली धर्मनिरपेक्षता’ और टोपी पहनकर राजनीति पर हमला
शमिक ने तृणमूल कांग्रेस पर दिखावटी धर्मनिरपेक्षता का आरोप लगाते हुए कहा:
“वोट के समय टोपी पहनना, इबादत में दिखावटी शामिल होना अब नहीं चलेगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि:
“बॉबी हाकिम दुर्गा पूजा में शामिल होते हैं। उनका यह राजनीतिक परिवर्तन भी लोगों को समझना चाहिए।”
🧠 राजनीतिक संकेत और रणनीति:
- भाजपा नेतृत्व, विशेष रूप से नए प्रदेश अध्यक्ष, अल्पसंख्यक वर्ग में तृणमूल की पकड़ को चुनौती देने की रणनीति पर काम कर रहा है।
- यह बयान केवल एक सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की कोशिश नहीं, बल्कि तृणमूल की कथित ‘पाखंडपूर्ण राजनीति’ को उजागर करने का प्रयास बताया जा रहा है।
📌 निष्कर्ष:
शमिक भट्टाचार्य का यह बयान स्पष्ट करता है कि भाजपा अब पश्चिम बंगाल में केवल बहुसंख्यक वर्ग पर नहीं, अल्पसंख्यकों में भी संवाद की राजनीति करना चाहती है।
हालांकि, यह बयान तृणमूल के साथ राजनीतिक टकराव और बयानबाज़ी को और तीखा कर सकता है।