🌧️ शिमला में भारी बारिश से हाहाकार
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। जगह-जगह भूस्खलन, पेड़ों के गिरने और सड़कें बंद होने की घटनाएं सामने आ रही हैं।
🏫 सुन्नी में सभी स्कूल-कॉलेज बंद
एसडीएम सुन्नी ने खराब मौसम और भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए 1 जुलाई को सभी सरकारी और निजी स्कूल, कॉलेज, आंगनवाड़ी केंद्र और व्यावसायिक संस्थानों को बंद रखने का आदेश दिया है।
बंद के कारण:
- बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा
- क्षेत्र में लगातार बारिश और भारी बारिश की संभावना
🛑 बाधित सड़कें और जल आपूर्ति
भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध:
- जंगी-लुहरी-सुन्नी मार्ग: पूरी तरह बंद
- बिठल से किंगल मार्ग: कई जगह अवरुद्ध
- कुफ्ताधार-रज्ञान मार्ग: पेड़ गिरने से यातायात ठप
- छैला-शोलवा, हुल्ली-घुंड-बनाड़ी, और सैंज-लुहरी सड़कें: बंद
जल संकट:
- जल शक्ति उपमंडल ठियोग के तहत अधिकांश उठाऊ पेयजल योजनाएं भारी सिल्ट के कारण बाधित
🏠 मकानों को नुकसान
- धौताली गांव (जुंगा तहसील): मकान के पीछे की दीवार ढही
- सैंज पंचायत व घुंड पंचायत: कई जगह भूस्खलन
- देहा (चौपाल उप तहसील): घोरना कैंची में सड़क बाधित
🚧 राहत और बचाव कार्य
- प्रशासन ने जेसीबी मशीनें तैनात की हैं।
- प्रभावित क्षेत्रों में जल्द यातायात बहाल करने का प्रयास जारी।
📢 प्रशासन की अपील
लोगों से आग्रह किया गया है कि:
- अनावश्यक यात्रा से बचें
- सुरक्षित स्थानों पर रहें
- प्रशासन और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें
आपात सेवाएं अलर्ट पर हैं और राहत व बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।
✨ निष्कर्ष
शिमला की यह बारिश एक चेतावनी है कि प्रकृति के सामने तैयार रहना कितना आवश्यक है। प्रशासन मुस्तैद है, लेकिन आमजन को भी सतर्क रहना होगा। ऐसी आपदा में संयम और सुरक्षा ही सबसे बड़ी ताकत है।