– राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, प्रधानमंत्री संग्रहालय और दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों का भी दौरा करने का मौका मिलेगा
नई दिल्ली, 09 जनवरी (हि.स.)। इस बार नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड के 10 हजार विशेष अतिथि साक्षी बनेंगे।राष्ट्रीय महत्व के आयोजनों में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से 26 जनवरी को परेड देखने के लिए इन्हें आमंत्रित किया गया है। गणतंत्र दिवस परेड का गवाह बनने को विविध पृष्ठभूमि वाले भारत के उन स्वर्णिम निर्माताओं को आमंत्रित किया गया है, जिन्होंने सरकार की योजनाओं का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए अपने-अपने क्षेत्रों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। विशेष अतिथियों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, प्रधानमंत्री संग्रहालय और दिल्ली के अन्य प्रमुख स्थानों का भी दौरा करने का मौका मिलेगा।
दरअसल, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग ने ग्राम पंचायतों के बीच एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता की थी। कम से कम छह प्रमुख योजनाओं में लक्ष्य हासिल करने वाली पंचायतों को विशेष अतिथि के रूप में चुना गया है। आमंत्रित अतिथियों में कुछ स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के माध्यम से आय और रोजगार सृजन तथा पर्यावरण संरक्षण सुनिश्चित करने के लिए अनुकरणीय कार्य कर रहे हैं। खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, जल स्वच्छता और सफाई, पंचायती राज संस्थाओं और लैंगिक गतिविधियों के क्षेत्रों में काम करने वालों को भी आमंत्रित किया गया है।
इसके अलावा पीएम-जन मन मिशन प्रतिभागियों, आदिवासी कारीगरों, वन धन विकास योजना के सदस्यों, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम उपक्रमों, आशा कार्यकर्ताओं, माई भारत स्वयंसेवकों को भी परेड देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। आपदा राहत और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आपदा राहत कार्यकर्ताओं, पानी समिति, जल योद्धाओं, सामुदायिक संसाधन व्यक्तियों, वन और वन्य जीव संरक्षण स्वयंसेवकों को पहली बार गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए न्योता भेजा गया है। पीएम सूर्य घर योजना और पीएम कुसुम के तहत पर्यावरण संरक्षण और अक्षय ऊर्जा के उपयोग में सहयोग करने वाले किसानों और परिवारों को भी पहली बार आमंत्रित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने पैरा-ओलंपिक दल के सदस्य, शतरंज ओलंपियाड पदक विजेता, ब्रिज वर्ल्ड गेम्स रजत पदक विजेता और स्नूकर वर्ल्ड चैंपियनशिप स्वर्ण पदक विजेता को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है, क्योंकि उन्होंने अपने-अपने खेतों में अपने प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित किया है। नवाचार और उद्यमशीलता की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए, पेटेंट धारकों और स्टार्टअप को भी विशेष अतिथि के रूप में शामिल किया गया है। देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत स्कूली बच्चे गणतंत्र दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। यह सभी बच्चे अखिल भारतीय स्कूल बैंड प्रतियोगिता और वीर गाथा प्रतियोगिता के विजेता बनकर उभरे हैं।