सियालदह स्टेशन पर विशेष आयोजन
1947 के भारत विभाजन की पीड़ा और विस्थापन को याद करने के लिए पूरे देश में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया। कोलकाता के सियालदह रेलवे स्टेशन पर इस अवसर पर खास कार्यक्रम आयोजित हुए।
ऐतिहासिक महत्व का स्थल
विभाजन के समय सियालदह स्टेशन पूर्वी पाकिस्तान (अब बांग्लादेश) से आने वाले लाखों शरणार्थियों का पहला ठिकाना था। यह स्थान इतिहास के सबसे बड़े मानव विस्थापनों का साक्षी रहा है।
कार्यक्रम की मुख्य झलकियां
इस वर्ष विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर फोटो प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें शरणार्थियों के प्रवास और संघर्षों की झलक दिखी। इसके साथ नुक्कड़ नाटक और वृत्तचित्रों के माध्यम से युवाओं को विभाजन के प्रभाव से अवगत कराया गया।
उद्देश्य और संदेश
आयोजन का मुख्य उद्देश्य उन लाखों लोगों की स्मृति को संजोना था जिन्होंने विभाजन के दौरान अकल्पनीय कष्ट झेले। साथ ही समाज में शांति, एकता और करुणा के मूल्यों को अपनाने का संदेश देना भी इसका हिस्सा था।
भावनाओं से जुड़ा आयोजन
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस न केवल इतिहास को याद करने का अवसर है, बल्कि यह वर्तमान पीढ़ी को उन संघर्षों से सीखने का मौका भी देता है, जो हमारे देश ने झेले हैं।