कोलकाता, 05 जून (हि.स.)।
दक्षिण बंगाल में मंगलवार रात जोरदार बारिश और तेज गरज-चमक के बावजूद मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस क्षेत्र में अभी ‘सुनिश्चित’ मानसून आने में वक्त लगेगा।
🌧️ बारिश और मौसम की स्थिति
कोलकाता में बुधवार शाम से रात तक करीब तीन घंटे में 38 मिमी बारिश दर्ज हुई, सॉल्टलेक में 81 मिमी और दमदम में 57 मिमी। तेज बिजली कड़कने और आठ किलोमीटर ऊंचे घने बादलों ने लोगों में दहशत फैला दी।
📊 मानसून की आधिकारिक शुरुआत के मानक
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून के ‘ऑफिशियल ऑनसेट’ के लिए जून महीने में कम से कम 70 प्रतिशत वेदर स्टेशनों पर लगातार दो दिन तक 2.5 मिमी या उससे अधिक बारिश होना जरूरी है। इसके अलावा हवा का दबाव, गर्मी की विकिरण और अन्य जलवायु संकेतकों का सटीक संतुलन भी आवश्यक है।
⚠️ मानक पूरे नहीं हुए
दक्षिण बंगाल में अभी तक ये सारे मानक पूरे नहीं हुए हैं, इसलिए भारी बारिश के बावजूद मानसून का आगमन घोषित नहीं किया जा सकता।
👨🔬 विशेषज्ञ की राय
मौसम विशेषज्ञ डॉ. रविंद्र गोयनका के अनुसार यह बारिश स्थानीय प्रभावों के कारण हुई है। उन्होंने बताया, “जब स्थानीय स्तर पर घने और ऊंचे बादल बनते हैं तो अल्प समय में भारी वर्षा हो सकती है। मानसून पूर्व की इस अवधि में हवा में धूलकण और ऊंचे बादल बिजली कड़कने के लिए अनुकूल स्थिति बनाते हैं।”
📅 मानसून का सामान्य आगमन
इस वर्ष मानसून ने केरल में 24 मई को और उत्तर बंगाल में 29 मई को दस्तक दी थी, जो सामान्य तारीखों से पहले है। इसके कारण दक्षिण बंगाल में भी जल्दी मानसून आने की उम्मीद थी।
🌬️ धीमी मानसून गति का कारण
बंगाल की खाड़ी में हाल ही में बना निम्न दबाव क्षेत्र नमी उत्तर-पूर्व भारत की ओर खींच ले गया, जिससे दक्षिण बंगाल में मानसून की गति धीमी हो गई है।
☔ अगले दिनों का मौसम
दक्षिण बंगाल में अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश और नमीजनित उमस बनी रहेगी, लेकिन पूर्ण मानसून के लिए अभी इंतजार करना होगा।