Tue, Jul 1, 2025
31.8 C
Gurgaon

पूसीरे में ज्ञानवापी ऐप सफलतापूर्वक लॉन्च

-डिजिटल प्रशिक्षण और परिचालन उत्कृष्टता के एक नये अध्याय की शुरूआत

गुवाहाटी, 23 जनवरी (हि.स.)। डिजिटल प्रशिक्षण और परिचालन उत्कृष्टता के एक नए अध्याय की शुरुआत करते हुए, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) ने आधिकारिक तौर पर ज्ञानवापी ऐप नामक एक शैक्षिक मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया है। इस ऐप को हाल ही में पूसीरे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव और मुख्यालय एवं मंडलों के वरिष्ठ रेल अधिकारियों की उपस्थिति में लॉन्च किया गया था। ज्ञानवापी ऐप एक ऑल-इन-वन शैक्षिक मंच है, जिसे विशेष रूप से रेलवे प्रोफेशनलों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह उपयोगकर्ताओं को जानकारी के साथ सशक्त बनाने, उनके प्रोफेशनल विकास को बढ़ाने और यह सुनिश्चित करने के लिए संसाधनों का खजाना प्रदान करता है कि वे परिचालन संबंधी दिशा-निर्देशों और विकास से अवगत रहें।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने आज बताया है कि महाप्रबंधक ने उक्त ऐप लॉन्च करते हुए इसे विकसित करने के प्रति समर्पित प्रयासों और नवाचार की सराहना की। उन्होंने पूसीरे में परिचालन ज्ञान-साझाकरण में परिवर्तन और प्रोफेशनल क्षमताओं को मजबूत करने में ऐप की क्षमता पर जोर दिया। महाप्रबंधक ने सभी मंडलों में ऐप के व्यापक कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। यह संकेत इस अग्रणी पहल में नेतृत्व के समर्थन और विश्वास को रेखांकित करता है।

उल्लेखनीय है कि ज्ञानवापी ऐप को वरिष्ठ सहायक लोको पायलट नीतीश शर्मा ने तिनसुकिया के मंडल यांत्रिक इंजीनियर (पावर) सुनील कुमार के समन्वय से विकसित किया है।

ज्ञानवापी ऐप रेलवे प्रोफेशनलों के लिए शैक्षिक संसाधनों और परिचालन दिशानिर्देशों तक पहुंच को डिजिटाइज़ और सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। अपने उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस और सामग्री के साथ, यह ऐप पूसीरे में प्रोफेशनलों के लिए एक अनिवार्य उपकरण साबित होगा।

हालांकि, रेल मंत्री रेलवे के उच्च मानकों को बनाए रखने में रेल कर्मचारियों के लिए निरंतर सीखने और व्यापक प्रशिक्षण की आवश्यकता के महत्व पर जोर देते हैं। इस संदर्भ में, ज्ञानवापी ऐप का शुभारंभ निश्चित रूप से भारतीय रेल में प्रोफेशनल प्रशिक्षण के लिए एक नया मानक स्थापित करेगा।

Hot this week

Ratan Tata ने अपनी वसीयत में पेटडॉग का भी रखा ध्यान, जानिए अब कौन करेगा Tito की देखभाल

 हाल ही में देश के सबसे बड़े औद्योगिक घराने...

गंगा नदी के हालात का आकलन करने के लिए पर्यावरणविदों का विशेष अभियान

कोलकाता, 25 जनवरी (हि.स.)कोलकाता की एक पर्यावरण संस्था ‘मॉर्निंग...
spot_img

Related Articles

Popular Categories