जयपुर, 30 जनवरी (हि.स.)। जयपुर में 20 दिसंबर 2024 को भांकरोटा थाना क्षेत्र में हुई भीषण आगजनी की दुर्घटना में अपनी जान की परवाह न कर मानवता का फ़र्ज़ निभाते हुए हादसे में पीड़ित लोगों, पुलिस एवं प्रशासन की मदद करने वाले 25 वॉरियर्स का गुरूवार पुलिस मुख्यालय में आयोजित समारोह में महानिदेशक पुलिस (डीजीपी) उत्कल रंजन साहू व पुलिस अधिकारियों द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर महानिदेशक पुलिस उत्कल रंजन साहू ने हादसे में घायलों की मदद करने वाले 25 वॉरियर्स के साथ पुलिसकर्मी, एसडीआरएफ, दमकल कर्मी एवं प्रशासन की टीमों के द्वारा किये गये कार्यों की सराहना करते हुये उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा की 20 दिसंबर 2024 की घटना अत्यंत भयावह थी। इस दुखद घड़ी में गुड सेमेरिटन बनकर आवश्यकता के समय दूसरों की सहायता करना एक उच्च मानवीय गुण है, जो इन लोगों ने करके दिखाया। उन्होंने कहा कि ये 25 वारियर्स भयावह घटना के समय अगर अपना योगदान नहीं देते तो पता नहीं कितने और परिवार के लोगों को आने वाले समय में बड़े दुख और अन्य समस्याओं से जूझना पड़ता। इनके प्रयासों से कई लोगों की ना सिर्फ जान ही बची, बल्कि कई लोगों की संपत्ति की भी रक्षा हुई। इन्होंने केवल मानवता का ध्यान रखते हुये यह कार्य किया की थोड़ी बहुत तकलीफ मुझे हो सकती है, लेकिन मैं किसी और के काम में आ सकूं, यही मेरा पहला कर्तव्य है। इन लोगों ने अपने कार्य से सभी को इस बात के लिए प्रेरित किया है किसी की घटना एवं दुर्घटना के समय प्रो एक्टिव रहते हुए भी घायलों की मदद के लिए हमेशा तत्पर रहे। उन्होंने कहा कि इस तरह के सराहनीय कार्य समाज में सब लोगों के सामने आने चाहिए ताकि लोगों को प्रेरणा मिले। इनके द्वारा किया गया किया गया यह काम सबके सामने आए, इससे लोगों को प्रेरणा मिले और इमरजेंसी के समय और लोग इनकी तरह सामने आकर लोगों की सहायता करें।
इससे पहले महानिदेशक पुलिस यूआर साहू द्वारा घटना पर बनाई गई एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का विमोचन किया। डीजीपी के साथ वहां उपस्थित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों द्वारा एक पुस्तक द फर्स्ट रेस्पोंडियर्स का भी विमोचन किया गया। वहीं कार्यक्रम में डीजीपी श्री साहू एवं अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने 20 दिसम्बर के भीषण हादसे में मारे गए व्यक्तियों को श्रद्धांजलि भी दी।
भांकरोटा हादसे के वॉरियर्स के सम्मान में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जयपुर कमिश्नर बीजू जार्ज जोसेफ ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 20 दिसंबर की सुबह 5.30 बजे जयपुर के भांकरोटा थाना क्षेत्र में यह घटना घटित हुई। एक गैस टैंकर और ट्रक की भिड़ंत के बाद हादसे नहीं भयावह रूप ले लिया जिसमें 20 मौतों के साथ 30 लोग घायल हुए और 40 वाहन क्षतिग्रस्त हुए। पुलिस और प्रशासन को सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचने के लिए हमें कुछ समय लगा था, लेकिन जहां पर यह घटना हुई थी, वहां के आसपास के जो नागरिकगण थे, उनके प्रयास व हिम्मत के कारण काफी लोगों की जान बच पाई। उस दिन करीब 40 वाहन उस दायरे में आ गए थे, जिनमे लगभग 120 से 140 लोग सवार थे। नजदीक ही तीन पेट्रोल पंप और चलती हुई इन गाड़ियों के पास माचिस से भरा एवं एक अन्य एलपीजी टैंकर भी खड़ा था। घटना स्थल के आसपास करीब 300 से 500 लोग रहते है। ऐसी आपात स्थितियों में शुरूआती समय, जिसे गोल्डन आवर कहा जाता है, बेहद निर्णायक होता है। इस समय में इन वारियर्स द्वारा उनको वहां से हटाने का काम किया गया और पुलिस और जिला प्रशासन को सूचना दी जो अत्यन्त सराहनीय कार्य था जो इन्होंने कर दिखाया। साथ ही लगातार ये वारियर्स निजी गाड़ियों व एंबुलेंस को बुलाकर घायलों को अस्पताल तक पहुंचा रहे थे। सिविल डिफेंस, पुलिस इत्यादि की टीम आने के पहले ही इनके द्वारा यह काम किया गया था।
जोसेफ ने कहा कि हम आज कल देखते हैं कि जब कोई घटना होती है, लोग वीडियो बनाने लग जाते हैं। जबकि इन लोगों ने यह नहीं किया अपितु इन्होंने हमारे आने से पहले ही आधे से ज्यादा काम कर दिया था, जिसके वजह से उस दिन मृतकों की संख्या मात्र 20 तक सीमित रही। इन 25 वारियर्स का काम न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश के लोगों के लिए प्रेरणादायक है।
कार्यक्रम में हादसे में सराहनीय कार्य करने वाले वारियर्स राजेन्द्र स्थानीय फैक्ट्री मालिक, महेश कुमार, मनोज, राजेश, रामनारायण, राजेश, देवा, सागर, यश, गौरव, दीपक, मोहित, योगेष, कजोडमल, राकेश, स्थानीय नागरिक, राजेश महिन्द्रा सेज टैक्सी चालक, दशरथ, हरविन्द्र रोडवेज बस चालक, मुकेश कम्पाउण्डर दुलेत अस्पताल एवं पवन सफाईकर्मी दुलेत अस्पताल, बाबूलाल आयुष अस्पताल कर्मचारी, रिछपाल, इन्द्र पेट्रोल पंप कर्मी, राहुल एम्बुलेंस पर चिकित्सक स्टाफ विनोद एम्बुलेंस चालक को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उपस्थित सभी वारियर्स एवं पुलिस अधिकारियों का पुलिस उपायुक्त पश्चिम अमित कुमार ने धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया।