फिरोजाबाद, 25 फरवरी (हि.स.)। अधिवक्ता संशोधन अधिनियम 2025 के विरोध में मंगलवार को वकीलों ने जोरदार प्रदर्शन किया। वकीलों ने बैनामा और ट्रेजरी कार्यालयों का घेराव कर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
फिरोजाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नाहर सिंह यादव ने नेतृत्व में वकीलों ने बार काउंसिल के आव्हान पर काम बंद हड़ताल रखी। वकीलों की हड़ताल के चलते मुवक्किलों को बिना कुछ काम कराए ही वापस लौटना पड़ा। अध्यक्ष नाहर सिंह यादव का कहना है कि केंद्र सरकार एडवोकेट एक्ट-1961 में जो संशोधन करने जा रही है, वह वकीलों के हित में नहीं है। महासचिव धर्मेंद्र यादव उर्फ बीटू ने कहा कि कानून मंत्रालय द्वारा जारी किए गए विधेयक के मसौदे में कई महत्वपूर्ण बदलाव प्रस्तावित हैं। इसमें अदालतों के कामकाज में बाधा डालने वाले वकीलों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का प्रावधान है। साथ ही वकीलों के लाइसेंस रद्द करने की भी बात कही गई है। उन्होंने याद दिलाया कि देश की आजादी में वकील समाज की अहम भूमिका रही है।वकीलों ने इस कानून को काला कानून बताते हुए इसे वापस लेने की मांग की है। उन्होंने जनता से भी इस आंदोलन में सहयोग की अपील की है। विरोध प्रदर्शन में पूर्व अध्यक्ष शंकर लाल निषाद, धर्म सिंह यादव, रामनाथ यादव, धर्मेंद्र यादव, हरित यादव, अख्तर हुसैन, डा सगीर खान आदि सैकड़ों वकील मौजूद रहे। इसके साथ ही जिले की पांचों तहसीलों टूंडला, फिरोजाबाद, सिरसागंज, शिकोहाबाद व जसराना में भी वकीलों ने विरोध प्रदर्शन किया।