📍 नई दिल्ली/उलानबटार, 13 जून (हि.स.) — भारत और मंगोलिया ने अपने रक्षा संबंधों को एक नई दिशा देते हुए नए और उभरते प्रौद्योगिकी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया है। मंगोलिया की राजधानी उलानबटार में आयोजित हुई द्विपक्षीय बैठक में भारत के रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह और मंगोलियाई रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव ब्रिगेडियर जनरल गंखुयाग देवदोरज ने रक्षा सहयोग को और मजबूत बनाने पर चर्चा की।
🔹 ‘नोमैडिक एलीफेंट’ अभ्यास का 17वां संस्करण संपन्न
- भारत-मंगोलिया संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘नोमैडिक एलीफेंट’ का समापन शुक्रवार को उलानबटार में हुआ।
- दो सप्ताह चले इस अभ्यास में भारतीय सेना की टुकड़ी, विशेष रूप से अरुणाचल स्काउट्स की एक बटालियन के 45 जवानों ने हिस्सा लिया।
- अभ्यास का उद्देश्य:
✅ अर्ध-शहरी और पहाड़ी इलाकों में संचालन
✅ संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत संयुक्त टास्क फोर्स की कार्यप्रणाली
✅ दोनों सेनाओं के इंटरऑपरेबिलिटी (सह-अभियान क्षमता) को बढ़ाना
🛡️ रक्षा सचिव ने की भारतीय सैनिकों की सराहना
रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने कहा:
“यह अभ्यास भारत और मंगोलिया के बीच मजबूत दोस्ती, आपसी विश्वास और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक है। भारतीय सैनिकों की व्यावसायिकता और समर्पण अनुकरणीय है।”
उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे अभ्यास भारत की वैश्विक शांति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और देश की रक्षा कूटनीति को मजबूत बनाते हैं।
🌐 नई और उभरती तकनीकों पर रहा विशेष फोकस
- भारत और मंगोलिया के बीच चर्चा में साइबर सुरक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऑपरेशनल लॉजिस्टिक्स और सामरिक संचालन जैसे तकनीकी क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया गया।
- यह दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी के प्रौद्योगिकीय आयाम को और मजबूती देगा।
🪖 अगला पड़ाव: खान क्वेस्ट 2025
- रक्षा सचिव शनिवार को “खान क्वेस्ट 2025” अभ्यास के उद्घाटन समारोह में भी शामिल होंगे।
- यह अभ्यास 14 से 28 जून तक मंगोलिया में आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारतीय सेना भी भाग ले रही है।
- दोनों अभ्यासों — नोमैडिक एलीफेंट और खान क्वेस्ट — में भागीदारी भारत की बढ़ती रक्षा कूटनीति और रणनीतिक साझेदारी को दर्शाती है।