📍 फतेहाबाद, 14 जून (हि.स.) — हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को फतेहाबाद के गोरखपुर गांव में निर्माणाधीन गोरखपुर हरियाणा अणु विद्युत परियोजना (GHAVP) का दौरा किया। केंद्रीय मंत्री ने ऐलान किया कि इस प्लांट से 2031 तक बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।
⚙️ परियोजना का अवलोकन
मनोहर लाल और सीएम सैनी ने संयंत्र स्थल पर चल रहे सिविल और तकनीकी कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। अधिकारियों से बैठक कर कार्यों में आ रही तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनों पर चर्चा की गई।
⚡ क्या है खास?
• GHAVP की चारों यूनिट्स से 2800 मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा
• पहली दो यूनिट 2031 और बाकी दो 2032 तक शुरू होंगी
• 50% बिजली हरियाणा को मिलेगी, शेष केंद्र सरकार को
💰 खर्च और CSR
अब तक इस प्रोजेक्ट पर ₹42,000 करोड़ खर्च हो चुके हैं, जिसे पूरी तरह केंद्र सरकार वहन कर रही है। एनपीसीआईएल की ओर से 80 करोड़ रुपए सीएसआर के तहत खर्च किए जा चुके हैं। विकास कार्यों की निगरानी के लिए डीसी की अध्यक्षता में एक कमेटी बनेगी।
🌡️ टैरिफ और ऊर्जा बचत
मनोहर लाल ने कहा कि बिजली का टैरिफ राज्य सरकार तय करेगी। साथ ही उन्होंने AC का तापमान 20 से 28 डिग्री रखने की अपील पर अच्छा रिस्पॉन्स मिलने की बात कही।
🚗 दौरे की झलक
सीएम नायब सैनी बाद में लुधियाना रवाना हुए, रास्ते में कुलां गांव में रुककर ग्रामीणों से संवाद किया। वहीं, केंद्रीय मंत्री हेलिकॉप्टर से दिल्ली लौट गए।
📌 प्रमुख तथ्य:
• परमाणु संयंत्र से 2031-32 तक होगा बिजली उत्पादन
• ₹42,000 करोड़ की लागत, 2800 मेगावाट क्षमता
• पहली बार संयंत्र पर पहुंचे दोनों मुख्यमंत्री
• सीएसआर फंड से हो रहा स्थानीय विकास