400 सड़कें बंद, जीवन ठप
हिमाचल में मानसून का कहर लगातार बढ़ रहा है। शनिवार रात से हो रही मूसलाधार बारिश और भूस्खलन से 400 सड़कें, 1 नेशनल हाइवे, 208 बिजली ट्रांसफार्मर और 51 पेयजल योजनाएं ठप हो गई हैं। मंडी और कुल्लू जिलों में हालात सबसे गंभीर हैं।
भारी बारिश और फ्लैश फ्लड
मंडी के पंडोह में 123 मिमी और सोलन के कसौली में 105 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। कुल्लू जिले में फ्लैश फ्लड से खेत और फसलें बर्बाद हो गईं। कई जगह नेशनल हाइवे बंद होने से वाहन घंटों तक जाम में फंसे रहे।
मणिमहेश यात्रा प्रभावित
चंबा जिले में पवित्र मणिमहेश यात्रा भी प्रभावित हुई। नालों का जलस्तर बढ़ने और भूस्खलन से यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया था। बाद में प्रशासन ने मलबा हटाकर मार्ग बहाल किया।
298 मौतें, हजारों मकान क्षतिग्रस्त
20 जून से अब तक हिमाचल में मानसून का कहर से 298 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 37 लोग लापता और 356 घायल हैं। 3,041 मकान क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें 675 पूरी तरह ढह गए। इसके अलावा 391 दुकानें और 2,728 पशुशालाएं भी नष्ट हुईं।
आर्थिक नुकसान
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, अब तक 2,347 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया गया है। अकेले लोक निर्माण विभाग को 1,310 करोड़ और जलशक्ति विभाग को 769 करोड़ की क्षति पहुंची है।
बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं
मानसून सीजन में अब तक 40 बार बादल फटने, 75 फ्लैश फ्लड और 74 भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गई हैं। मंडी, शिमला और लाहौल-स्पीति सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।