चुनाव से पहले माले की रणनीति
कोलकाता, 19 सितंबर: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। इसी बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कांग्रेस को पिछली हार से सबक लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को यथार्थवादी रुख अपनाना चाहिए और 2020 जैसी गलती दोहराने से बचना चाहिए।
सीट बंटवारे पर सुझाव
भट्टाचार्य ने कहा कि माले इस बार कम से कम 40 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। पिछली बार उन्होंने 19 सीटों पर चुनाव लड़ा और 12 जीत हासिल की। उन्होंने स्पष्ट किया कि महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा तेजस्वी यादव होंगे। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 70 सीटों की मांग करना उचित नहीं है, क्योंकि 2020 में इसी कारण कमजोर प्रदर्शन हुआ।
गठबंधन का विस्तार
महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, माले, भाकपा, भाकपा माले, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं। इसके अलावा लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) भी जुड़ सकते हैं। भट्टाचार्य ने सभी दलों से लचीला रवैया अपनाने की अपील की।
भट्टाचार्य का संदेश
उन्होंने कहा कि पिछली बार माले को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिला था, इसलिए इस बार निष्पक्ष हिस्सेदारी की उम्मीद है। इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार और भाजपा पर भी हमला बोलते हुए कहा कि जनता में सरकार के खिलाफ गहरा आक्रोश है और महागठबंधन को निर्णायक जनादेश चाहिए।




