पूर्वी सिंहभूम, 3 अक्टूबर।
जिले के बहरागोड़ा प्रखंड के मटिहाना पंचायत के 13 मजदूर, जो गुजरात के बेला स्थित एजिलिस विट्रिफाइड प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत थे, शुक्रवार को सुरक्षित अपने घर लौट आए। उनकी सुरक्षित वापसी पूर्व विधायक एवं झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के त्वरित हस्तक्षेप से संभव हो पाई।
जानकारी के अनुसार, ये मजदूर कई महीनों से गुजरात की कंपनी में काम कर रहे थे, लेकिन वहां लगातार उत्पीड़न और दबाव का सामना करना पड़ रहा था। जब उन्होंने घर लौटने की इच्छा जताई तो कंपनी प्रबंधन ने उन्हें रोकने की कोशिश की। परेशान मजदूरों ने परिजनों से संपर्क किया, जिसके बाद परिवारजनों ने कुणाल षाड़ंगी से मदद की गुहार लगाई।
कुणाल षाड़ंगी ने तुरंत इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर के माध्यम से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुए उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद गुजरात प्रशासन से समन्वय स्थापित कर मजदूरों की सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया शुरू की गई।
लगातार प्रयासों के परिणामस्वरूप शुक्रवार को सभी 13 मजदूर सकुशल अपने गांव लौट आए। उनके लौटने से परिवारों और पूरे गांव में खुशी और राहत का माहौल बन गया।
मजदूरों से मुलाकात कर कुणाल षाड़ंगी ने उनकी समस्याएं सुनीं और उन्हें आश्वासन दिया कि श्रमिकों के अधिकारों और सुरक्षा की लड़ाई वे हमेशा जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस घटनाक्रम ने एक बार फिर दिखाया कि समय पर राजनीतिक और प्रशासनिक हस्तक्षेप से श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है और उन्हें न्याय दिलाया जा सकता है।