राजभवन में संविधान दिवस का गरिमामय आयोजन
लखनऊ स्थित राजभवन में बुधवार को संविधान दिवस अत्यंत भावपूर्ण और सम्मानपूर्ण माहौल में मनाया गया। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के मार्गदर्शन में राजभवन के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने भारतीय संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पाठ किया। इस दौरान सभी ने संविधान के प्रति निष्ठा, नीतिपरायणता और कर्तव्यपालन की शपथ भी ग्रहण की। यह क्षण भारतीय लोकतंत्र की मूल भावना को पुनः स्मरण कराने वाला रहा।
महिला अधिकारियों ने बताया—संविधान में महिलाओं की भूमिका
कार्यक्रम में राजभवन की महिला अधिकारियों ने भारतीय संविधान की विशेषताओं, महत्व और निर्माण में महिला सदस्यों के योगदान पर अपने विचार रखे। उन्होंने सरोजिनी नायडू, हंसा मेहता और दुर्गाबाई देशमुख जैसी सदस्यों के उल्लेखनीय योगदान को याद किया।
उन्होंने बताया कि महिलाओं की शिक्षा, समानता और गरिमा को संविधान में शामिल करवाने में इन नेताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संविधान पर क्विज़ और प्रस्तुति ने बढ़ाया आकर्षण
कार्यक्रम को ज्ञानवर्धक बनाने के लिए संविधान से जुड़े प्रमुख अनुच्छेदों, अधिकारों, कर्तव्यों और ऐतिहासिक तथ्यों पर आधारित विशेष प्रश्नोत्तरी आयोजित की गई।
साथ ही पीपीटी और वीडियो प्रस्तुति के माध्यम से संविधान निर्माण प्रक्रिया, मौलिक अधिकारों और संविधान निर्माताओं के योगदान पर विस्तृत जानकारी दी गई। इन प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को और अधिक प्रेरणादायक बनाया।
“हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान” सेल्फी पॉइंट आकर्षण का केंद्र
राजभवन परिसर में विशेष “हमारा संविधान हमारा स्वाभिमान” सेल्फी प्वाइंट भी स्थापित किया गया। अधिकारियों और कर्मचारियों ने वहाँ तस्वीरें लेकर संविधान के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया। यह सेल्फी प्वाइंट संविधान से भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक बना।



