प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को बताया कि पाकिस्तान पर भारत की सैन्य कार्रवाई पूरी तरह स्वायत्त थी। अमेरिका की मध्यस्थता या हस्तक्षेप को भारत ने पूरी तरह खारिज कर दिया। जानिए क्यों यह बातचीत रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण थी।
ईरान-इजराइल संघर्ष से वैश्विक शेयर बाजारों में घबराहट का माहौल है। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में गिरावट आई है, वहीं एशियाई बाजारों में मिलाजुला कारोबार देखने को मिला। जानिए आज किन इंडेक्स में रही तेजी और कहां आई गिरावट।
ईरान-इजराइल युद्ध की लपटें अब कूटनीतिक गलियारों तक पहुंच गई हैं। तेहरान में इजराइली हमले ने बांग्लादेशी राजनयिकों को भी बेघर कर दिया—अब वे हैं दहशत में, सहायता के इंतजार में।
क्या मध्य पूर्व एक और बड़े युद्ध की दहलीज पर है? ट्रंप की धमकी, खामेनेई का करारा जवाब और इजराइल की बमबारी... सब कुछ इशारा कर रहा है एक उबाल की ओर।
तेहरान, 18 जून (हि.स.) — ईरान-इजराइल संघर्ष आज छठे दिन में प्रवेश कर गया है और अब इस टकराव ने एक निर्णायक मोड़ ले लिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बावजूद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "अब तो युद्ध शुरू हो चुका है।"
Focus Keyphrase: ईरान युद्ध ट्रंप खामेनेई
व्हाइट हाउस के अनुसार, ट्रंप ने इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की है और ईरान के “बिना शर्त आत्मसमर्पण” की मांग की है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, “ईरान के आसमान पर अब हमारा समग्र नियंत्रण है।” उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका को पता है कि खामेनेई कहां छुपे हैं—“हम अभी उन्हें मारना नहीं चाहते।”
द न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन की रिपोर्टों में बताया गया है कि यदि अमेरिका युद्ध में इजराइल का साथ देता है तो ईरान, मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों पर हमले की योजना बना चुका है। 13,600 किलो वजनी बम की तैनाती की चर्चाएं भी तेज हैं, जिससे ईरान की परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाया जा सके।
हालांकि ईरान ने फिलहाल इजराइल पर हमलों की तीव्रता कम की है, लेकिन यह एक रणनीतिक चाल मानी जा रही है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि ईरान युद्ध ट्रंप खामेनेई विवाद अब वैश्विक टकराव की ओर बढ़ सकता है।