📍 कोलकाता, 16 जून (हि.स.) — राजधानी के खिदिरपुर स्थित ऑरफैनगंज मार्केट में रविवार देर रात एक भीषण आग लगने की घटना ने पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मचा दी। इस भीषण अग्निकांड में 1300 से अधिक दुकानें जलकर खाक हो गईं। आग इतनी भयावह थी कि उसे काबू में करने के लिए 20 से अधिक दमकल गाड़ियां और सैकड़ों फायरमैन लगातार प्रयास कर रहे हैं।
🔥 कैसे फैली आग?
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, देर रात अचानक बाजार से धुआं उठता दिखा, जिसके कुछ ही क्षणों में आग ने लकड़ी और प्लास्टिक से बने दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। बाजार की संरचना अस्थायी और अत्यधिक ज्वलनशील होने के कारण आग ने तेजी से विकराल रूप ले लिया।
🚒 दमकल विभाग की प्रतिक्रिया और विवाद
- व्यापारियों ने आरोप लगाया कि दमकल विभाग समय पर नहीं पहुंचा, जिससे आग का दायरा बढ़ गया।
- दमकल मंत्री सुजीत बोस ने इन आरोपों को नकारते हुए कहा: “हमारी टीम सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गई थी। आग अत्यधिक भीषण थी, इसीलिए नियंत्रण में समय लग रहा है।”
💔 व्यापारियों की बर्बादी की दास्तां
- आग में जलकर खाक हुई दुकानों में कई परिवारों की जीवनभर की कमाई और उम्मीदें भी राख हो गईं।
- स्थानीय दुकानदार रमेश कुमार ने बताया: “40 साल से दुकान चला रहा था, बेटी की शादी के लिए जमा की गई रकम भी अंदर थी। अब कुछ नहीं बचा।”
👮♂️ प्रशासन की कार्रवाई
- घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
- सड़कों को खाली करवाकर भीड़ को नियंत्रित किया गया।
- कोलकाता नगर निगम ने नुकसान का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है।
📉 अनुमानित नुकसान और मांगें
- कई करोड़ रुपये के नुकसान की आशंका।
- व्यापारियों ने राज्य सरकार से मुआवजा और पुनर्वास पैकेज की मांग की है।
⚠️ आग लगने का कारण: शॉर्ट सर्किट की आशंका
- प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग की वजह बताया जा रहा है।
- मार्केट में पहले से मौजूद ओवरलोडेड तारों और अस्थायी कनेक्शन को खतरनाक माना जा रहा था।
📌 नोट: यह घटना राज्य में बाजारों की सुरक्षा व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा उपायों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। प्रशासन और सरकार के लिए यह चेतावनी और सुधार का मौका हो सकता है।