पश्चिम बंगाल का चर्चित शिक्षक भर्ती घोटाला हर दिन एक नया मोड़ ले रहा है। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इसमें 27.19 करोड़ की और संपत्ति जब्त कर ली है — जिससे कुल जब्ती 636.88 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।
🏢 बिचौलिया, चाय बागान और करोड़ों की हेराफेरी
ED के मुताबिक ये संपत्तियाँ तीन चाय बागानों —
संसिंग ऑर्गेनिक टी, यांगटोंग ऑर्गेनिक टी, और बामनडांगा टी एस्टेट — के नाम पर थीं।
इन सबका मालिक है प्रसन्न कुमार रॉय, जिसे घोटाले का मुख्य बिचौलिया बताया गया है।
उसके करीबी सहयोगी चंदन मंडल के साथ वह न्यायिक हिरासत में है।
📜 कैसे शुरू हुआ ये घोटाला?
- भर्ती प्रक्रिया SSC की ग्रुप ‘C’ और ‘D’ नौकरियों की थी
- अभ्यर्थियों से रिश्वत लेकर उन्हें नियमविरुद्ध नियुक्त किया गया
- CBI ने आपराधिक षड्यंत्र, भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी की धाराओं में दो FIR दर्ज कीं
⚖️ सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला – “पूरी प्रक्रिया दूषित”
3 अप्रैल 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि
👉 25,000 से अधिक नियुक्तियाँ रद्द हों
👉 पूरा चयन ‘भ्रष्ट और अवैध’ था
🔍 अब तक की जब्ती का आंकड़ा
भर्ती प्रकार | जब्ती राशि (₹ करोड़) |
---|---|
ग्रुप ‘C’ और ‘D’ | 219.91 |
सहायक शिक्षक (9वीं–12वीं) | 238.78 |
प्राथमिक शिक्षक भर्ती | 151.00 |
नवीनतम (चाय बागान आदि) | 27.19 |
कुल जब्ती | 636.88 करोड़ |
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