गुरुग्राम, 29 नवंबर।
आमजन की शिकायतों के समाधान के लिए मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के दिशा निर्देशानुसार जिला प्रशासन की ओर से प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 10 से 12 बजे के बीच समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। डीसी अजय कुमार ने शुक्रवार को शिविर में 18 शिकायतों की सुनवाई कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री नायब सिहं सैनी ने लाइव प्रसारण के माध्यम से विभिन्न जिलों में जनता से समाधान शिविर की कार्यशैली का फीडबैक लिया।
डीसी अजय कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा जिला स्तर व उपमंडल स्तर पर समाधान शिविरों का आयोजन करवाया जा रहा है। लघु सचिवालय में समाधान शिविर को लेकर बेहतर व्यवस्था की गई है। शिकायतकर्ताओं को पहले नंबर लगाकर पर्ची दी जाती है व फिर कॉन्फ्रेंस रूम में उनके द्वारा शिकायत पर विस्तारपूर्वक सुनवाई की जाती है। इसके बाद शिकायत को संबंधित विभाग के अधिकारी के साथ उक्त शिकायत के निवारण के संबंध में चर्चा की जाती है और उस समस्या का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाते हैं। डीसी ने बताया कि जिन समस्याओं का मौके पर ही समाधान संभव होता है उनका वहीं समाधान करवाया जाता है। परिवार पहचान पत्र व पेंशन आदि की समस्याओं का मौके पर ही समाधान करने का प्रयास किया जाता है। इसके अलावा जिन समस्याओं का समाधान मौके पर संभव नहीं होता ऐसे मामलों में विभागाध्यक्षों को निर्धारित समय में समाधान करने के निर्देश दिए जाते हैं।
डीसी अजय कुमार ने जिला के सभी विभागों के अधिकारियों को समाधान शिविर की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उनका तय समय में समाधान करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि एक ही स्थान पर सभी विभागों के प्रमुख अधिकारियों की मौजूदगी में समस्याओं को सुना जाता है। नागरिकों के लिए अपनी समस्याओं का समाधान करवाने का यह बेहतर व्यवस्था है जिसके द्वारा त्वरित समाधान सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि ऐसी समस्याएं जो नीतिगत फैसलों से संबंधित हैं उनका जल्द समाधान करने के निर्देश दिए जाते हैं। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर की शिकायतों को लेकर अगर कोई कर्मचारी लापरवाह रवैया अपनाएगा तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।