अलवर, 14 जनवरी (हि.स.)। जिले के राजगढ़ इलाके में मां ने बुआ के घर रहकर पढ़ाई कर रहे दस साल के बेटे को डांटा तो नाराज होकर उसने सुसाइड कर लिया। वह छठीं क्लास का स्टूडेंट था। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। परिवार के लोगों ने पुलिस कार्रवाई से इनकार कर दिया।
राजगढ़ थाने के एएसआई सूरजमल ने बताया कि मां की फटकार के बाद बच्चे ने पेड़ पर रस्सी से फंदा लगाकर जान दे दी। उसका नाम उदित था। वह धमरेड़ गांव में अपनी बुआ के घर रह रहा था। धमरेड़ के ही निजी स्कूल में छठीं क्लास में पढ़ता था। 12 जनवरी की दोपहर टहला क्षेत्र के मांडलवास से मां का फोन आया था। फोन पर बुआ ने उदित के खेलने को लेकर शिकायत की तो मां ने फोन पर फटकार लगाई थी। मां ने कहा कि मैं कल बुआ के घर आ रही हूं। मां के आने से पहले ही बेटे ने 13 जनवरी को सुसाइड कर लिया। परिवार वालों को इसकी जानकारी 13 जनवरी की सुबह हुई। पिता राज मीणा (39) दिल्ली से उसी दिन (13 जनवरी) दोपहर तीन बजे पहुंचे। बुआ के घर से बच्चे उदित के घर की दूरी 30 किमी है।
मां ने खेलकूद छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान देने की बात कही थी। सोमवार दोपहर वह बुआ के घर के पीछे सुनसान में 200 मीटर दूर गया। वहां एक पेड़ पर रस्सी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। घटना की जानकारी मिलने के बाद बच्चे को फंदे से उतारकर परिवार वाले राजगढ़ हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राजगढ़ के मांडलवास के रहने वाले उदित के पिता राज मीणा ने पुलिस को बताया कि वह (उदित) बात-बात पर गुस्सा हो जाता था। इसलिए उसे बुआ के घर पढ़ने भेजा था। परिजनों ने किसी तरह की पुलिस कार्रवाई से इनकार किया है। उदित के पिता राज दिल्ली में टैक्सी चलाते हैं।