📍 ग्वालियर, 9 जून (हि.स.) — प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत ग्वालियर जिले के 23 सरकारी अस्पतालों में सोमवार को एक साथ एचआरपी (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी) क्लीनिक लगाए गए। इन क्लीनिकों में 1128 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई, जिनमें से 534 को हाई रिस्क श्रेणी में चिन्हित किया गया।
🩺 प्रमुख बिंदु:
- हाई रिस्क माताओं को विशेष निगरानी में लेने की पहल।
- 30 महिलाओं को अस्पताल में भर्ती किया गया।
- 249 महिलाओं की अल्ट्रासोनोग्राफी जांच हुई।
- 77 को आयरन सुक्रोज इंजेक्शन दिया गया।
- सभी को फल व पौष्टिक आहार भी उपलब्ध कराया गया।
👩⚕️ अभियान की पृष्ठभूमि:
यह पहल कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान के निर्देशन में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उद्देश्य से की गई। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दीपावली माथुर ने बताया कि हर माह की 9 और 25 तारीख को यह अभियान चलाया जाएगा।
📋 जहां एचआरपी क्लीनिक लगे:
- जिला अस्पताल मुरार
- सीएचसी: भितरवार, मोहना, डबरा, दीनदयालनगर, हस्तिनापूर
- पीएचसी: उटीला, चीनौर, वीरपुर, आतरी, पिछोर, कुलैध
- प्रसूति गृह: माधौगंज, बिरलानगर
- यूएचपीसी: लक्ष्मीगंज, हुरावली, पंतनगर, ठाठीपुर, बहोड़ापुर
- सिविल हॉस्पिटल: हजीरा, हेमसिंह की परेड
- सिविल डिस्पेंसरी: जनकगंज
📌 फॉलोअप और सतत देखरेख:
कलेक्टर ने निर्देश दिए हैं कि चिन्हित हाई-रिस्क महिलाओं का प्रसव तक नियमित फॉलोअप किया जाए ताकि किसी भी जटिलता को समय रहते रोका जा सके।
🔔 सारांश:
ग्वालियर जिले में मातृत्व स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। समय पर जांच, उपचार और पोषण की मदद से मातृ मृत्यु दर को कम करने में इस अभियान की अहम भूमिका मानी जा रही है।