📍 उत्तर 24 परगना, 13 जून (हि.स.)
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती बादुरिया थाना क्षेत्र से 22 रोहिंग्या नागरिकों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, ये सभी बांग्लादेश लौटने की फिराक में थे।
🏘️ ग्रामीणों की सतर्कता से खुला मामला
बशीरहाट पुलिस जिले के शायस्तानगर (1) ग्राम पंचायत अंतर्गत लावंगा गांव के निवासियों ने एक निर्माणाधीन मकान में कई अजनबी लोगों की गतिविधियां देखी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच की, तो सभी व्यक्ति रोहिंग्या समुदाय के पाए गए। इनमें कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
🛂 प्रारंभिक पूछताछ में हुआ खुलासा
पुलिस पूछताछ में पता चला कि ये सभी लोग हैदराबाद में पेपर कलेक्शन का कार्य कर रहे थे। हालांकि, वे बदुरिया क्यों पहुंचे, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस का अनुमान है कि ये लोग गुपचुप तरीके से बांग्लादेश वापस लौटने की कोशिश में सीमाई क्षेत्र में जमा हुए थे।
🗣️ राजनीतिक आरोप भी सामने
घटना के बाद भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है। पार्टी ने आरोप लगाया कि
“तृणमूल सरकार की ढिलाई और समर्थन के कारण रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए न सिर्फ सीमा पार कर रहे हैं, बल्कि भारतीय पहचान पत्र भी हासिल कर देशभर में फैल रहे हैं।”
🔍 प्रमुख तथ्य एक नजर में:
- गिरफ्तार रोहिंग्या: 22
- गिरफ्तारी स्थान: लावंगा गांव, बादुरिया थाना क्षेत्र
- पेशे से: पेपर कलेक्शन (हैदराबाद में)
- मकसद: बांग्लादेश लौटने की कोशिश (अनुमानित)
- पुलिस कार्रवाई: पूछताछ जारी, अन्य एंगल पर भी हो रही जांच
🔐 सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट
घटना के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियां रोहिंग्या नेटवर्क और संभावित मानव तस्करी की कड़ी को खंगाल रही हैं।