पूर्वी चंपारण,25 फरवरी (हि.स.)।बिहार में पूर्वी चम्पारण जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र अन्तर्गत सोनबरसा एवं मठलोहियार से प्रयागराज महाकुंभ स्नान करने गए श्रद्धालुओं में से तीन की मौत सड़क दुर्घटना में आज हो गई।
मृतकों में सोनबरसा के स्वर्गीय जमुनाकांत पांडे के पुत्र सत्येंद्र पांडे तथा सत्येंद्र पांडे की पत्नी एवं मठलोहियार पंचायत के वार्ड नंबर 12 निवासी दारोगा रविंद्र तिवारी की पत्नी रीता देवी शामिल हैं । रीता देवी मृतक सत्येंद्र पांडे के साले की पत्नी थी। स्थानीय लोगों ने बताया की स्कॉर्पियो पर सवार होकर सात लोग महाकुंभ स्नान करने प्रयागराज गए थे और लौटने के क्रम में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जनपद के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर कुरेभार थाना क्षेत्र में पीछे से एक हाईवा ने ठोकर मार दी। जिससे घटनास्थल पर ही तीन की मौत हो गई।
सत्येंद्र पांडे के पुत्र रितेश पांडे, सोनबरसा वार्ड नंबर 6 के वार्ड सदस्य किरण देवी, उनके पति अशोक चौबे सहित चार घायल हो गए। घायलों का इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। वहीं मंगलवार की देर शाम शव पैतृक गांव पहुंचा है। मठलोहियार की सरपंच प्रतिनिधि अच्छे लाल सिंह ने बताया कि दारोगा रविंद्र तिवारी गोपालगंज के 112 नंबर पुलिस गाड़ी पर कार्यरत हैं । मृतकों में सत्येंद्र पांडे पंडिताई और कृषि कार्य करते थे, जबकि दोनों महिलाएं गृहणी थी।
दर्दनाक घटना की सूचना मिलते ही दोनों परिवार में कोहराम मच गया है। पूरे गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है। दोनों परिवार एक दूसरे के संबंधी है। सोनबरसा गांव के ग्रामीण विपिन कुमार चौबे ने बताया कि जमुनाकांत पांडे बहुत पहले मर चुके थे वहीं उनके बड़े पुत्र भूपेंद्र पांडे 4 साल पहले बीमारी से मर चुके थे। उनके तीसरे पुत्र जितेंद्र पांडे 4 महीना पहले बीमारी से मर चुके थे । दूसरे पुत्र सत्येंद्र पांडे की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई। सत्येंद्र पांडे के बड़े पुत्र बाहर किसी कंपनी में नौकरी करते हैं। वहीं उनके छोटे पुत्र रितेश पांडे अपने माता-पिता के साथ घर पर रहते हैं। इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर दिया है ।
उधर रविंद्र तिवारी के तीन पुत्र है ,जिसमें एक की शादी हो चुकी है और एक लड़की की भी शादी हो चुकी है घटना से दोनों परिवार के लोगों का रोते रोते बुरा हाल हो गया है। अभी घर पहुंचा नहीं है फिर भी घर में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीण का कहना है कि महाकुंभ में स्नान करने के लिए ये लोग गए थे न जाने ईश्वर को क्या सूझा कि इन दोनों परिवार के ऊपर कहर बरपा दिया।