79वां इन्फैंट्री डे: शौर्य और बलिदान को समर्पित
जयपुर, 27 अक्टूबर (हि.स.)। अमर जवान ज्योति पर रविवार को पूर्ण सैन्य सम्मान और श्रद्धा के साथ 79वां इन्फैंट्री डे, जिसे शौर्य दिवस के रूप में भी जाना जाता है, मनाया गया। समारोह में भारतीय सेना के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई जिन्होंने राष्ट्र की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया।
ले. जनरल मनजिंदर सिंह ने दी श्रद्धांजलि
जनसंपर्क अधिकारी (रक्षा) ले. कर्नल निखिल धवन ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह द्वारा अमर जवान ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुई। इस अवसर पर सभी रैंकों के अधिकारी और जवान मौजूद रहे। सभी ने वीर सैनिकों के अदम्य साहस और देशभक्ति को नमन किया।
इतिहास से जुड़ा दिन
इन्फैंट्री डे 27 अक्टूबर 1947 की उस ऐतिहासिक घटना की याद में मनाया जाता है, जब सिख रेजिमेंट की पहली बटालियन ने श्रीनगर में उतरकर भारत की रक्षा में निर्णायक भूमिका निभाई थी। यह भारत की स्वतंत्रता के शुरुआती वर्षों में एक महत्वपूर्ण सैन्य उपलब्धि थी जिसने दुश्मन के मंसूबों को विफल किया था।
सैनिकता और समर्पण की मिसाल
भारतीय सेना में इन्फैंट्री को “क्वीन ऑफ द बैटल” कहा जाता है। प्रत्येक इन्फैंट्री सैनिक साहस, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का प्रतीक होता है। यह दिवस न केवल उनकी वीरता का उत्सव है, बल्कि राष्ट्र की सेवा के प्रति उनके समर्पण को भी याद करने का अवसर है।
गर्व और कृतज्ञता का दिवस
समारोह के अंत में उपस्थित सैनिकों ने देश की रक्षा और सेवा को गर्व, सम्मान और समर्पण के साथ जारी रखने का संकल्प दोहराया। पूरा आयोजन भारतीय सेना की गौरवशाली परंपराओं और बलिदान की भावना को समर्पित रहा।




