जयपुर, 15 जनवरी (हि.स.)। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के स्टूडेंट्स को स्कूल बैग और यूनीफॉर्म खरीद के लिए प्रत्येक स्टूडेंट को 800 रुपए मिलेंगे। यह राशि उनके खाताें में आएगी। वित्त विभाग ने इसी घोषणा के तहत हर स्टूडेंट को आठ-आठ सौ रुपये देने के आदेश दिए हैं।
भाजपा सरकार ने बजट में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के स्टूडेंट्स को स्कूल बैग और यूनीफॉर्म खरीद के लिए प्रत्येक स्टूडेंट को एक-एक हजार रुपए देने की घोषणा बजट में की थी। सेशन समाप्त होने से कुछ समय पहले यूनीफॉर्म के लिए रुपये दिए जा रहे हैं, उसमें भी दो सौ रुपये की कटौती कर दी गई है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक ने मंगलवार रात इस संबंध में आदेश जारी किए।
जाट ने आदेश में कहा है कि वर्ष 2024-25 के बजट भाषण में कहा गया था कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के छात्र-छात्राएं स्कूल में हीन भावना से ग्रस्त न हो तथा उन्हें भी शिक्षा के लिए आवश्यक स्कूल, बैग, किताब तथा यूनीफाॅर्म उपलब्ध हो सके, इस दृष्टि से राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठवीं तक के समस्त विद्यार्थियों तथा कक्षा नौ से बारहवीं तक की छात्राओं को अगले वर्ष प्रति विद्यार्थी एक हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा हुई थी। इस संबंध में वित्त विभाग ने बालक-बालिकाओं को यूनीफॉर्म (सिलाई सहित) एवं स्कूल बैग के लिए सहायता राशि के रुप में आठ सौ रुपये स्वीकृत किए हैं। इसमें किताबों का खर्च शामिल नहीं है।
निदेशालय ने फिलहाल राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में क्लास एक से आठ तक पढ़ने वाले सभी स्टूडेंट्स को यूनीफॉर्म और बैग के लिए आठ सौ रुपये देने के आदेश दिए हैं। ये राशि डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के तहत स्टूडेंट के खाते में जमा होंगी।
योजना से प्रदेश के सत्तर लाख स्टूडेंट्स को लाभ मिलने वाला है। फिलहाल प्रारम्भिक शिक्षा से जारी आदेश के बाद अब इन स्कूलों में पढ़ने वाले 57 लाख स्टूडेंट्स के बैंक खातों में ये राशि ट्रांसफर हो सकेगी। नौंवी से बारहवीं में पढ़ने वाली छात्राओं को आठ सौ रुपये ट्रांसफर करने के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक अलग से आदेश जारी करेंगे।