—दूसरे प्रांतों के श्रद्धालुओं को जगह का नाम न पता होने से हो रही परेशानी,पुलिस बनी मददगार
वाराणसी, 30 जनवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ से श्रद्धालुओं का पलट प्रवाह काशी में अनवरत बना हुआ है। शहर में भीड़ प्रबंधन और सुगम यातायात के लिए जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के वाहनों की पार्किग के लिए अलग—अलग जगह निर्धारित किया है। ऐसे में प्रयागराज और देश के अन्य प्रांतों से काशी दर्शन पूजन के लिए आने वाले कुछ श्रद्धालु दर्शन पूजन के बाद अपने वाहनों की पार्किग स्थल पर पहुंच रहे हैं। तो कुछ जगह की तलाश में भटक भी रहे हैं। अनजान शहर में अपना वाहन कहां खड़ा किया जाय श्रद्धालु को पता ही नहीं चल रहा है। ऐसे में पुलिस अफसर उनकी सहायता कर रहे हैं।
गुरूवार को यह नजारा शहर में दिखा। रामोराबाड़ी रांची झारखंड के महेश यादव अपने चार पहिया वाहन से परिजनों के साथ प्रयागराज पहुंचे। यहां संगम तट पर पुण्य की डुबकी लगाने के बाद वे अपने वाहन से परिजनों के साथ वाराणसी आए। उनके वाहन को पुलिस अफसरों ने पार्किग संख्या 05 लौटूबीर में खड़ा करा दिया। लौटूबीर से महेश यादव और उनके परिजनों ने घाट पर पहुंचकर गंगा स्नान किया। इसके बाद बाबा विश्वनाथ के दरबार में घंटों कतार में खड़े रहने के बाद उन्होंने दर्शन पूजन किया। दर्शन पूजन के बाद महेश और उनके परिजन मंदिर से बाहर निकलने के बाद अपने पार्किग स्थल के लिए निकले। कुछ दूर जाने पर उन्हें अपने पार्किग स्थल का नाम न पता होने से भटकने की नौबत आ गई।
महेश और उनके परिजन अपने वाहन पार्किग स्थल को ढ़ूढ़ते—ढ़ूढ़ते थक गए। किसी तरह उनकी मुलाकात लंका थाना प्रभारी से हुई तो श्रद्धालु ने उनसे अपनी परेशानी बताई। इस पर थाना प्रभारी ने श्रद्धालु को अपने वाहन पर बैठाकर कर उनके बताए स्थान पर पहुंचाया। लेकिन सही जगह न पता होने से उन्हें अपना वाहन नही मिला। यह देख महेश यादव दु:खी हो गए। पुलिस कर्मियों ने एक बार फिर उनसे वाहन पार्किग के आसपास का इलाका पूछा तो उनके बताएं अनुसार पुलिस कर्मी उन्हें लेकर लौटूबीर पार्किग स्थल पर पहुंचे। पार्किग स्थल में अपना वाहन देख महेश यादव और उनके परिजन आनंदित हो उठे। श्रद्धालु और उनके परिजनों ने लंका पुलिस के सहयोग की जमकर सराहना की। इसके बाद वे अपने घर के लिए रवाना हो गए।